त्योहारी मौसम में होनेवाली यात्रियों की आवागमन का अब बड़ा फायदा एयरलाइन्स कंपनियों को मिलता दिखाई दे रहा है. दरअसल सरकार ने एक आदेश जारी कर एयरलाइन्स कंपनियों को बड़ी राहत दी है. लेकिन ये राहत हवाई यात्रियों के लिए कितनी फायदेमंद साबित होगी, ये एयरलाइन कंपनियों के ऊपर निर्भर करेगा.

15 दिन विमान कंपनियां तय करेगी किराया

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अब तक सरकार एयरलाइन्स कंपनियों के किराए के बैंड तय करती थी. कोरोना के चलते सरकार ने एयरलाइन्स कंपनियों की मनमानी को रोकने के इरादे से प्राइस कैप लगाया था, लेकिन अब सरकार ने एयरलाइन्स कंपनियों को अपनी उड़ानों की दरें महीने में 15 दिन तय करने की छूट दी है. हालांकि महीने में 15 दिन दरों को सरकार ही तय करेगी. किराया बैंड केवल 15 दिनों के लिए लागू होगा, एयरलाइंस को महीने के शेष 15 दिनों के लिए किराया बैंड से चिपके रहने की आवश्यकता नहीं है

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क्षमता भी बढ़कर हुई 85%

न केवल दर बल्कि सरकार ने अपने आदेश के मुताबिक एयरलाइंस कंपनियां अपनी क्षमता सीमा 72.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 85 प्रतिशत तक सीटें बेच सकेंगीं. बता दें इससे पहले एयरलाइंस कंपनियां 5 जुलाई से अपनी पूर्व-कोविड घरेलू उड़ानों के 65% क्षमता पर ही परिचालन कर रही थीं जिसे बाद में बढ़ाकर 72.5% किया गया था. लेकिन नए आदेश के आने के बाद ये क्षमता बढ़कर 85% कर दिए जाने से अब ज्यादा यात्री विमानों में यात्रा कर सकेंगे. जाहिर है, त्योहारी मौसम में इसका सीधा फायदा विमानन कंपनियों को होगा साथ ही हवाई यात्रियों को भी ज्यादा सीट उपलब्धता हो सकेगी.

 

कोरोना के दौर में थीं पाबंदियां

बता दें कि कोरोना महामारी के प्रकोप के बढ़ने के बाद सरकार ने एयरलाइन्स सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन मिशन अनलॉक के तहत कोरोना के मामले कम होने पर घरेलू उड़ानों को अनुमति प्रदान करना शुरू किया. इसके तहत पहले 50% क्षमता के साथ विमान सेवाएं घरेलू उड़ानों के साथ शुरू की गईं. लेकिन बाद में इसे और बढ़ाया गया. हालांकि अभी भी विदेशी हवाई यात्राओं पर अहतियाती तौर पर रोक लगी हुई है. 30 सितंबर तक ये रोक जारी रहेगी. सरकार एयरबबल के तहत अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई समेत 28 देशों के साथ सीमीत तौर पर यात्राओं का संचालन कर रही है. लेकिन तय है सरकार के इस आदेश का लाभ आनेवाले समय में घरेलू उड़ानों को जरूर मिलेगा.