सिविल एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने मंगलवार को एविएशन इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के साथ कुछ मार्गों पर हवाई किराये और हवाई टिकट की कीमतों की निगरानी के लिए उनके द्वारा अपनाई जाने वालीं प्रक्रियाओं पर चर्चा की. मंत्री ने एयरलाइन सलाहकार समूह के साथ एक बैठक की, जिसमें विस्तार के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनोद कन्नन सहित विभिन्न एयरलाइन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. 

छोटे विमानों का समय

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उन्होंने कहा, "भारत में हवाई कनेक्टिविटी के लिए छोटे विमानों और हेलीकॉप्टरों के विकास और ताकत का स्तंभ बनने का यह सही समय है. रेगुलेटरी, पॉलिसी और ऑपरेशन से जुड़े मुद्दों को सुलझाने के लिए हमारे युवा और प्रतिभाशाली छोटे विमान उद्यमियों के साथ एक बैठक किया. सर्वसम्मति के अनुसार, DGCA निकट भविष्य में हेलीकॉप्टरों और छोटे विमानों के लिए एक नया विशेष सेल बनाएगा.

 

उन्होंने X पर कहा कि एयरोस्पेस निर्माताओं और एमआरओ के सलाहकार समूह से मुलाकात की और कराधान के साथ-साथ क्षेत्रों के विकास को प्रभावित करने वाले नियामक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया. साथ ही, एयरोस्पेस निर्माताओं को भारत सरकार के प्रत्येक विभाग से उनकी आवश्यकताओं को रेखांकित करते हुए एक सहयोगी योजना पेश करने की सलाह दी, ताकि उन्हें भारत में अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं का विस्तार करने में मदद मिल सके.

 

इन बातों पर भी हुई चर्चा

इसके अलावा उन्होंने बताया कि एयरलाइन एडवायजरी ग्रुप के साथ हुई बैठक में कुछ अन्य बातों पर भी चर्चा हुई. इसमें फ्लाइट्स के समय से चलने को लेकर समाधान, कुछ क्षेत्रों में हवाई किराया की निगरानी सहित प्रत्येक एयरलाइंस द्वारा किराया तय करते समय की जाने वाली प्रैक्टिस पर भी चर्चा हुई. इसके अलावा अयोध्या और सूरत में बनने वाले नए एयरपोर्ट्स के लिए हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने की योजना बनाई गई है.