Jewar Airport news: उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार (22 नवंबर, 2021) को कहा कि राज्य में अब पांचवा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने जा रहा है. लखनऊ में जारी एक बयान में यूपी सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि 25 नवंबर को निर्धारित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के शिलान्यास होगा. इसी के साथ राज्य में अब पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की राह पर है. यूपी में 2012 तक सिर्फ दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे लखनऊ और वाराणसी थे.

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फिलहाल यूपी में आठ ऑपरेशनल एयरपोर्ट्स

वहीं 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शुरू हुआ जबकि अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का काम प्रगति पर है जहां हवाई सेवाएं अगले साल की शुरुआत में शुरू होने की उम्मीद है. पांचवा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में नोएडा के पास जेवर में बनना है. बयान के मुताबिक वर्तमान में उत्तर प्रदेश में आठ ऑपरेशनल एयरपोर्ट्स हैं. जबकि 13 हवाई अड्डे और सात हवाई पट्टी विकसित की जा रही हैं. 

36 महीने में किया जाएगा पूरा

प्रदेश में कमर्शियल फ्लाइट्स को संभालने वाले हवाई अड्डे लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर, गोरखपुर, आगरा, कानपुर, प्रयागराज और हिंडन (गाजियाबाद) हैं. नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण पूरा होने के बाद यह देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा. इस हवाई अड्डे के पहले फेज में सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की सेवा करने की क्षमता होगी और इसे 36 महीनों में पूरा किया जाना है.

शानदार होगा जेवर एयरपोर्ट

यह एयरपोर्ट दुनिया की बेहतरीन और नवीन तकनीक से बनेगा. नोएडा इं‍टरनेशल एयरपोर्ट, जेवर पूरी तरह से डिजिटल होगा. इस एयरपोर्ट पर मुसाफिरों को कस्टमाइज्ड सुविधाएं मिलेंगी, यानी यात्रियों की जरूरत के हिसाब से सारी सुविधाएं दी जाएंगी. यह एयरपोर्ट अपनी श्रेणी में पहला नेट जीरो एमीशन एयरपोर्ट होगा जो एविएशन के लिए नए मानदंड स्थापित करेगा. 

कितना आएगा खर्च 

गौरतलब है कि जेवर में एयरपोर्ट के लिए 6 गांवों के 5926 किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है. इन गांवों में रन्हेरा, रोही, पारोही, बनवारीवास, किशोरपुर, दयानतपुर गांव शामिल हैं. करीब 1,339 हेक्टेयर में बनाए जाने वाले इस हवाईअड्डे पर करीब 29,500 करोड़ रुपये की लागत आएगी.

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