JET Airways Revival: नागरिक विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने जेट एयरवेज के एयरपोर्ट ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) को रिन्यू कर दिया है. इसी के साथ एयरलाइन्स के टॉक ऑफ का रास्ता  साफ हो गया है. जालान-कालरॉक कंसॉर्टियम (JKC) ने सोमवार को बताया कि 28 जुलाई 2023 को DGCA ने ये सर्टिफिकेट रिन्यू किया है. कंसॉर्टियम के मुताबिक सर्टिफिकेट रिन्यू होना इस बात की तस्दीक करता है कि संघ जल्द ही इस एयरलाइन्स को उबारने के लिए प्रतिबद्ध हैं. आपको बता दें कि जेट एयरवेज ने 17 अप्रैल 2019 को आखिरी उड़ान भरी थी.

Jet Airways Revival: सर्टिफिकेट रिन्युअल पर JKC ने कही ये बात 

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जालान- कालरॉक कंसोर्टियम ने सर्टिफिकेट रिन्यूअल पर कहा, 'JKC जेट एयरवेज को दोबारा उबारने में विमानन नियामक DGCA, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और सभी हितधारकों को दिल से आभार व्यक्त करता है. जालान कालरॉक कंसोर्टियम जेट एयरवेज को दोबारा उबारने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. इसके अलावा संघ एयरलाइन्स के पुनरुद्धार के लिए एक व्यापक रणनीति पर काम कर रहा है. जेकेसी सभी हितधारकों, उचित अधिकारियों, इंडस्ट्री पार्टनर और हितधारकों के साथ मिलकर एयरलाइन्स को उबारेगा.'

Jet Airways Revival: गृह मंत्रालय ने दिया था सुरक्षा क्लीयरेंस 

गृह मंत्रालय ने साल 2022 में जेट एयरवेज को सुरक्षा क्लीयरेंस दिया था.  हालांकि भविष्य में गृह मंत्रालय से प्राप्त किसी भी प्रतिकूल इनपुट के आलोक में सिक्योरिटी मंजूरी को कभी वापस लिया जा सकता है. DGCA को यह साबित करने के लिए कि विमान और उसके सभी पुर्जे सामान्य रूप से काम कर रहे हैं, टेस्ट फ्लाइट का संचालन किया था. साल 2022 में एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए हैदराबाद हवाई अड्डे से एक टेस्ट फ्लाइट का संचालन किया गया था. 

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एयरलाइन की लेनदारों की समिति (CoC) ने अक्टूबर 2020 में यूके की कलरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात स्थित उद्यमी मुरारी लाल जालान के संघ द्वारा प्रस्तुत समाधान योजना (resolution plan) को मंजूरी दी थी. जून 2021 में इस समाधान योजना को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने भी मंजूरी दी थी.