जेट एयरवेज में हिस्सेदारी खरीदने के लिए 10 मई तक बोलियां आनी हैं. हालांकि, दो दिन पहले ही जेट को खरीदार मिलने का दावा किया जा रहा है. दरअसल, एक ब्रिटिश कारोबारी ने दावा किया है कि उसने जेट एयरवेज के लिए बोली भेजी है. वहीं, जेट एयरवेज के लिए कल का दिन काफी अहम है. क्योंकि, अगर एतिहाद की ओर से बोली आनी है तो वो कल ही आने की उम्मीद है. क्योंकि, रमजान के महीने में शुक्रवार को छुट्टी होने की वजह से एतिहाद कल तक ही फैसला ले सकती है.

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बोली भेजने का दावा

हालांकि, एतिहाद से पहले ही थाई-ब्रिटिश कारोबारी जेसन अन्सवर्थ ने भी अपनी बोली भेजने का दावा किया. अनस्वर्थ ने दावा किया कि उनके साथ बोली में नरेश गोयल, रेडक्लिफ कैपिटल, उनकी अपनी कंपनी एटमॉस्फेयर एयरलाइंस और मल्हार हॉस्पिटैलिटी शामिल हैं.

सिर्फ ई-मेल मिला कोई प्लान नहीं

हालांकि बाद में नरेश गोयल के परिवार की ओर से दावा किया गया कि उन्होंने अन्सवर्थ के साथ गोयल ने किसी बोली में हिस्सा नहीं लिया है. वहीं, बैंकिंग सूत्रों का दावा है कि अन्सवर्थ की ओर से महज एक पेज का ई-मेल आया है. इसमें किसी तरह का कोई ठोस प्लान और दस्तावेज नहीं है. अन्सवर्थ की ओर से दावा किया गया था कि जेट के लिए 50 करोड़ डॉलर रेडक्विफ की ओर से आएगा. नरेश गोयल 20 करोड़ डॉलर देंगे. अन्सवर्थ की कंपनी भी करीब 30 करोड़ डॉलर की रकम निवेश करेगी. 

10 मई से पहले बोली मंजूरी नहीं

बैंकिंग सूत्रों के मुताबिक, 10 मई के पहले अन्सवर्थ की बोली मंजूर नहीं की जा सकती. क्योंकि, पहले से जो प्रक्रिया चालू है उसे ही माना जाएगा. साथ ही अन्सवर्थ की ओर से भेजे गए प्लान में कुछ भी ठोस नहीं है. कल ही जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल ने दावा किया था कि वो एयरलाइन में अपनी निजी कंपनी से 250 करोड़ रुपए दे रहे हैं.

क्या जेट को मिल गया प्रपोजल?

सूत्रों की मानें तो Jet Airways में बोली लगाने से ठीक दो दिन पहले कंपनी को पहला प्रपोजल मिला है. जेट एयरवेज में हिस्सेदारी खरीदने की दिलचस्पी रखने वाले दो आंत्रप्रेन्योर हैं जिनके बारे में अभी बहुत कम जानकारी है. कंपनी के लिए बोली लगाने वालों में एक ब्रिटिश, एक NRI और फ्यूचर ट्रेंड कैपिटल इनवेस्टमेंट्स, रेडक्लिफ कैपिटल और आदि पार्टनर्स जैसी इनवेस्टमेंट फर्म हैं. रेडक्लिफ कैपिटल ने थिंक कैपिटल के साथ मिलकर पहले भी एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट दिया था. लेकिन, इनमें से किसी को भी बैंक ने बोली लगाने की इजाजत नहीं दी थी.

कौन है जेसन अन्सवर्थ?

ब्रिटिश आंत्रप्रेन्योर जेसन अन्सवर्थ ने पहले जेट एयरवेज के सीईओ विनय दुबे को लिखा था कि वह संकट में घिरी जेट एयरवेज को खरीदना चाहते हैं. अन्सवर्थ के मुताबिक, हमने 7 मई की रात अपनी बोली सौंपी है. 10 मई जेट एयरवेज में बोली लगाने की आखिरी तारीख है. और अभी तक कोई भी कंपनी बोली लगाने के लिए सेलेक्ट नहीं हो पाई थी. अन्सवर्थ की बोली ऐसे समय में आई है, जब जेट की सारी उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं. यह जेट के कर्मचारियों के लिए भी बहुत राहत की खबर है.

क्या स्वीकार होगी बोली?

अब देखना है कि SBI कैपिटल इनकी बोली को स्वीकार करता है या नहीं. इनमें से कोई भी निवेशक अभी शॉर्टलिस्ट नहीं हुआ है. जेट एयरवेज में बोली के लिए जो कंपनियां अभी तक चुनी गई हैं, उनमें एतिहाद एयरवेज, TPG कैपिटल, इंडिगो पार्टनर्स और NIIF है. इन चार कंपनियों में से 3 यानी एतिहाद एयरवेज, टीपीजी कैपिटल और इंडिगो पार्टनर्स ने अभी तक नॉन डिस्क्लोजर एग्रीमेंट जारी नहीं किया है. किसी कंपनी में बोली लगाने से पहले उसके ड्यू डिलीजेंस के लिए नॉन डिस्क्लोजर एग्रीमेंट जारी करना जरूरी है.

(रिपोर्ट: ब्रजेश कुमार)