जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल एयरलाइन में हिस्सेदारी के लिये बृहस्पतिवार को शुरूआती बोली जमा कर सकते हैं. एसबीआई कैप ने आठ अप्रैल को जेट एयरवेज में हिस्सेदारी बिक्री के लिये रूचि पत्र आमंत्रित किया है. उसने अंतिम बोली जमा करने की तिथि 10 अप्रैल से बढ़ाकर 12 अप्रैल कर दी है. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अगुवाई वाले बैंकों के समूह की तरफ से एसबीआई कैप को कर्ज में डूबी एयरलाइन में हिस्सेदारी बिक्री की जिम्मेदारी मिली है. बिक्री के लिये 31 प्रतिशत से 75 प्रतिशत तक हिस्सेदारी रखी गयी है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गोयल से जुड़े एक सूत्र ने बताया , ‘‘नरेश गोयल जेट एयरवेज के लिये आज (बृहस्पतिवार) शुरूआती बोली जमा कर सकते हैं.’’ बोली के नियम गोयल को बिक्री प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति देते हैं. एसबीआई चेयरमैन रजनीश कुमार ने पिछले महीने कहा था, ‘‘बोली में नरेश गोयल या एतिहाद समेत वित्तीय निवेशक, एयरलाइन भाग ले सकते हैं. नियम के अनुसार बोली में भाग लेने को लेकर किसी पर भी पाबंदी नहीं है.’’

जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल पिछले महीने समस्या में फंसी एयरलाइन के निदेशक मंडल से हट गये थे. बैंक समूह के समाधान योजना के तहत जेट एयरवेज में गोयल की बहुलांश हिस्सेदारी घटकर नीचे आ गयी है. जेट एयरवेज पर फिलहाल एसबीआई के अगुवाई वाले कर्जदाताओं के 8,000 करोड़ रुपये बकाया है.