ब्रिटेन (Britain) में कोरोना वायरस (Corona virus) का खतरनाक रूप सामने आने से कई देशों ने ब्रिटेन के लिए जाने वाली फ्लाइटों पर रोक लगा दी है. वहीं भारत में भी फ्लाइटों को बंद किए जाने की मांग तेज होने लगी है. दिल्ली सरकार (Delhi government) ने केंद्र से मांग की है कि ब्रिटेन से आने और जाने वाली फ्लाइट पर तुरंत रोक लगाई जाए. दिल्ली के मुख्यमंत्री (Delhi Chief Minister) अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके ये मांग रखी है. हालांकि केंद्र सरकार ने इस पर अभी कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया है.  

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इन देशों ने लगाई रोक These countries banned

दक्षिण इंग्लैंड में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद रविवार को यूरोपीय संघ के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है ताकि वायरस का नया रूप उनके देशों में नहीं पहुंचे जबकि कई अन्य देश ऐसे ही प्रतिबंधों को लेकर विचार कर रहे हैं. फ्रांस (France), जर्मनी (Germany) नीदरलैंड (Netherlands), बेल्जियम (Belgium), ऑस्ट्रिया (Austria), रोमानिया (Romania), टर्की (Turkey) और इटली (Italy) ने ब्रिटेन की यात्रा पर रोक लगाने का ऐलान कर दिया है. इनके अलावा कोलंबिया (Colombia), चिली (Chile), कनाडा (Canada) , कुवैत (Kuwait), सउदी अरब (Saudi Arabia), सहित कई अन्य देशों ने भी फ्लाइट पर रोक लगा दी है.

इतने दिनों के लिए लगी रोक

ज्यादातर देशों ने हालात को ध्यान में रखते हुए रोक लगाई है. लेकिन आगे फ्लाइटें कब तक बंद रहेंगे ये वायरस के संक्रमण (virus infection) के बढ़ने पर निर्भर करेगा. फ्रांस ने रविवार मध्यरात्रि (Sunday midnight) के बाद से 48 घंटों के लिए ब्रिटेन से सभी तरह की यात्रा पर रोक लगा दी है. जर्मनी की सरकार (German government) ने कहा कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों को रोक रही है. नीदरलैंड (Netherlands) ने कम से कम इस साल के अंत तक ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है. वहीं, बेल्जियम ने रविवार मध्यरात्रि से लेकर अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन की उड़ानों पर रोक लगाने का ऐलान किया है.

ब्रिटेन में ट्रेनों पर रोक Ban on trains in Britain

खतरे को ध्यान में रखते हुए ब्रिटेन ने अपनी रेल सेवाओं (railway services) की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है. उधर, ऑस्ट्रिया और इटली ( Austria and Italy) ने कहा है कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाएंगे. हालांकि, उन्होंने प्रतिबंध के समय से संबंधित कोई भी जानकारी साझा नहीं की. इटली के विदेश मंत्री लुइगी डी मायो (Italian Foreign Minister Luigi di Mayo) ने ट्विटर पर कहा कि सरकार कोरोना वायरस के नए प्रकार से इटली के निवासियों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है. वहीं, चेक गणराज्य ने ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए पृथक-वास के नियम को लागू कर दिया है. बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू (Belgian Prime Minister Alexander de Crew) ने रविवार को कहा कि वह 'बतौर सावधानी' मध्यरात्रि से अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा रहे हैं.

लंदन और दक्षिण इंग्लैंड में फैल सकता है वायरस virus can spread in London and South England

यूरोपीय संघ के सदस्य तीनों देशों की सरकारों ने कहा कि वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा लंदन और आसपास के इलाकों के लिए शनिवार को उठाए गए सख्त कदम के मद्देनजर यह फैसला कर रही हैं. इससे पहले जॉनसन ने श्रेणी-4 के सख्त प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन सामने आया है, ये लंदन और दक्षिण इंग्लैंड में तेजी से संक्रमण फैला सकता है. हालांकि, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जो साबित करे कि वायरस का नया प्रकार अधिक घातक है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शनिवार देर शाम ट्वीट कर कहा,' संगठन कोविड-19 वायरस के नए प्रकार के संबंध में ब्रिटेन के अधिकारियों के करीबी संपर्क में है.

भारत सरकार ने कहा घबराने की जरूरत नहीं government said no need to panic

वहीं दूसरी तरफ ब्रिटेन में कोरोना वायरस का खतरनाक रूप सामने आने से पैदा हुए हालात पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन (Dr Harsh Vardhan) ने कहा है कि भारत में अभी इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. सरकार अपने स्तर पर इसके लिए रणनीति तैयार कर रही है. स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस का खतरनाक रूप सामने आने से हालात पर चर्चा के लिए आज इमरजेंसी संयुक्‍त निगरानी समूह (Emergency Joint Monitoring Group) की बैठक बुलाई थी.

 

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