Domestic air Traffic: घरेलू हवाई सफर की डिमांड (Domestic Air Travel Demand) में तेजी से सुधार हो रहा है. रेटिंग एजेंसी आईसीआरए (ICRA) ने आज कहा कि घरेलू हवाई सफर की डिमांड में लगातार रिकवरी देखी जा रही है, पैसेंजर्स की महीने दर महीने में 19 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ लगभग 62 लाख हो गई है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, आईसीआरए ने कहा कि हालांकि, डोमेस्टिक फ्लाइट (Domestic flight) के पैसेंजर्स के वॉल्यूम में नवंबर 2020 में सालाना आधार पर करीब आधे से 52 प्रतिशत की गिरावट आई है. रेटिंग एजेंसी का कहना है कि इंटरनेशनल पैसेंजर्स के ट्रैफिक नवंबर में 83 प्रतिशत की गिरावट आई. यह संख्या 3.6 लाख रही.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कोरोना वायरस महामारी के चलते फिलहाल, केवल एयर बबल एग्रीमेंट के तहत ही एक देश से दूसरे देशों की फ्लाइट्स इंटरनेशनल रूट्स पर चलाई जा रही है. पिछले महीने एयरलाइंस की तैनाती क्षमता 59 प्रतिशत थी, जो अक्टूबर में लगभग 52 प्रतिशत थी. सितंबर में यह 46 प्रतिशत पर थी.

फ्लाइट्स की संख्या में बड़ा सुधार Domestic Flight demand in November 2020

रेटिंग एजेंसी आईसीआरए के वाइस प्रेसिडेंट किंजल शाह ने कहा कि 25 मई को 416 के मुकाबले 7 दिसंबर को फ्लाइट्स की संख्या भी बढ़कर 2,065 हो गई है. 25 मई से कोरोनो वायरस के चलते लागू लॉकडाउन में दो महीने के बाद डोमेस्टिक फ्लाइट फिर से शुरू हुई. खबर के मुताबिक, नवंबर के लिए, औसत डेली डिपार्चर 1,806 के करीब था, नवंबर 2019 में औसत दैनिक डिपार्चर 3,080 के मुकाबले काफी कम है.

(PTI)

प्रति फ्लाइट पैसेंजर्स की औसत संख्या Numbers of Passengers in flight in November

नवंबर में प्रति प्रति 140 पैसेंजर्स के औसत के मुकाबले नवंबर के दौरान प्रति फ्लाइट पैसेंजर्स की औसत संख्या 115 थी. शाह ने कहा कि यह दर्शाता है कि एक साल पहले 89.6 प्रतिशत की तुलना में घरेलू एयरलाइंस ने लगभग 74 प्रतिशत सीट का संचालन किया. हालांकि, अक्टूबर 2020 में यह 69.1 प्रतिशत के मुकाबले ज्यादा था.

जेट ईंधन का हाल Jet fuel Price

जेट ईंधन (Jet fuel) या विमानन टरबाइन ईंधन की कीमतें नवंबर में 4.6 फीसदी और दिसंबर में 9.1 फीसदी बढ़ीं. हालांकि, दिसंबर की कीमतें अभी भी साल-दर-साल 27.1 प्रतिशत कम हैं. कई देशों में मैनुफैक्चरिंग एक्टिविटीज के लंबे समय तक बंद रहने और वैश्विक आर्थिक गतिविधि पर महामारी के बाद के प्रभाव के चलते कच्चे तेल की कीमतें कम रहेंगी और इस प्रकार एटीएफ की कीमतें भी घटेंगी.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें