विमान टिकटों की कीमतों में तेजी से उत्पन्न चिंताओं के बीच एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि नागर विमानन नियामक डीजीसीए हवाई सफर के किराये में उतार-चढ़ाव पर रोजाना आधार पर नजर रखना जारी रखेगा. इसके अलावा उचित कार्रवाई के लिए एयरलाइन कंपनियों के साथ वार्ता की जाएगी. वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के परिचालन में कटौती करने से प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. इससे विभिन्न मार्गों पर संचालित उड़ानों की संख्या में कमी आई है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अधिकारी ने कहा कि हवाई यात्रा के टिकटों की कीमतों बढ़ने से खड़ी हुई चिंताओं के बीच नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मंगलवार को एयरलाइन कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा, "कंपनियों को अपने स्तर पर निगरानी जारी रखने की सलाह दी गई है और जहां तक संभव हो किराये को कम रखने के लिए डीजीसीए को जानकारी देने के लिए कहा गया है.

एयरलाइन कंपनियों ने डीजीसीए को यह भी बताया कि उन्होंने कुछ ऊंची श्रेणी वाली टिकटों को बिक्री से हटा दिया है और यात्रियों को कम कीमतों पर टिकटों की पेशकश की जा रही है. अधिकारी ने कहा, "डीजीसीए रोजाना आधार पर किराये में उतार-चढ़ाव पर नजर रखेगा और उचित कार्रवाई के लिए एयरलाइन कंपनियों से बातचीत करेगा." 

अधिकारी के मुताबिक, नियामक घरेलू विमान किरायों की रोजाना निगरानी करता है. नियामक उन मार्गों पर खास तौर पर नजर रखता है, जिन मार्गों पर उड़ानों की संख्या अधिक हो या फिर जिन मार्ग पर परिवहन का अन्य विकल्प मौजूद न हो या फिर मुश्किल से प्राप्त होता हो. उन्होंने कहा कि निगरानी प्रक्रिया के आधार पर, जब हवाई सफर के किराये में तेजी आती तो डीजीसीए उचित कार्रवाई के लिए एयरलाइन कंपनियों के साथ बातचीत करता है. 

जी बिजनेस LIVE TV देखें:

 

इससे पहले नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने विमान किराये में बढ़ोतरी और उड़ानों के रद्द होने समेत जेट एयरवेज से जुड़ी दिक्कतों की समीक्षा करने के लिए कहा था. प्रभु ने ट्वीट में, " 'नागर विमानन मंत्रालय के सचिव को हवाई सफर के किराये में इजाफा, उड़ानों के रद्द होने और जेट एयरवेज से जुड़े मुद्दों की समीक्षा का निर्देश दिया है.' प्रभु ने नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला से यात्रियों के हितों की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है.