संकट में फंसी निजी क्षेत्र की एयरलाइन जेट एयरवेज के ऋणदाताओं ने विमानन कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने के लिए आरंभिक बोली जमा कराने की तारीख बढ़ाकर 12 अप्रैल कर दी है. नकदी संकट से जूझ रही एयरलाइन ने पायलटों को वेतन भुगतान में विलंब किया है और ऋण के भुगतान में चूक की है. इसके अलावा एयरलाइन उसे विमान पट्टे पर देने वालों का भी भुगतान नहीं कर पा रही है. एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने आठ अप्रैल को रुचि पत्र (ईओआई) निकाला था. उसने अब आरंभिक बोली जमा कराने की तिथि बढ़ाकर 12 अप्रैल कर दी है. संभावित बोलीदाता अपनी पूछताछ 11 अप्रैल तक कर सकते हैं. पहले बोली जमा कराने की समयसीमा बुधवार को समाप्त हो रही थी. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एसबीआई कैपिटल मार्केट्स ने वेबसाइट पर डाले नोटिस में कहा है कि पात्र बोलीदाताओं को अपनी पक्की बोली 30 अप्रैल, 2019 तक जमा करानी होगी. एसबीआई कैपिटल मार्केट्स के अनुसार रुचि पत्र (ईओआई) की डिजिटल प्रति तय तारीख तक देनी होगी जबकि उसकी कागजी प्रति 16 अप्रैल, 2019 तक जमा कराने देगी. बंबई शेयर बाजार में बुधवार को जेट एयरवेज का शेयर 1.59 प्रतिशत के नुकसान के साथ 263.40 रुपये पर बंद हुआ.

बोली में किसी भी निवेशक को कम से कम 31.20 फीसदी हिस्सेदारी खरीदनी होगी. जबकि अधिकतम 75 फीसदी तक हिस्सेदारी लेने का विकल्प होगा. एक्‍सप्रेशन ऑफ इंटरेस्‍ट में रणनीतिक निवेशकों के लिए 3 साल के अनुभव की शर्त रखी गई है. उनकी कम से कम 1000 करोड़ रुपए की आर्थिक हैसियत जरूरी है. जेट को खरीदने के लिए वित्तीय संस्थान, MFs और PEs भी बोली लगा सकते हैं. वहीं FIs के लिए 2000 करोड़ रुपए के फंड मैनेजमेंट की शर्त रखी गई है. अगर कंसोर्शियम है तो 3 से अधिक साझीदार नहीं हो सकते. राज्य, केंद्र और PSUs भी खरीद में हिस्सा ले सकते हैं.