ATF Price Hike: महंगा हो सकता है हवाई सफर, विमान ईंधन की कीमतों में हुआ 3.3 फीसदी का इजाफा
ATF Price Hike: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में इजाफा होने के साथ जेट फ्यूल की कीमतों में 3.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
ATF Price Hike: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतें अपने सात साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के साथ, जेट फ्यूल की कीमतों में मंगलवार को देशभर में 3.3 फीसदी की वृद्धि हुई है. यह अब तक के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है.
ग्लोबल तेल की कीमतों में लगातार वृद्धि के बाद इस साल हवाई ईंधन (Jet Fuel) या एविएशन टर्बाइल फ्यूल (ATF) की कीमतों में यह पांचवी बढ़ोतरी है, लेकिन पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार 116वें दिन अपरिवर्तित रहीं.
कितनी बढ़ी कीमतें
सरकारी फ्यूल रिटेलर्स ने मंगलवार को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में ATF की कीमत 3,010.87 रुपये या 3.22 फीसदी बढ़कर 93,530.87 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई. जेट फ्यूल जो कि एक एयरलाइन की ऑपरेशन का लगभग 40 फीसदी है, इस साल नई ऊंचाई पर पहुंच गया है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
इसके पहले जेट फ्यूल पिछली बार अगस्त 2008 में 71,028.26 रुपये प्रति किलोलीटर दर्ज किया गया था, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें 147 USD प्रति बैरल को छू गई थीं. मंगलवार को ब्रेंट क्रूड ऑयल 100 डॉलर प्रति बैरल रे ऊपर कारोबार कर रहा था.
इस साल पांच बार बढ़े दाम
2022 की शुरुआत से हर पखवाड़े ATF की कीमतों में वृद्धि हुई है. 1 जनवरी से शुरू होने वाली पांच बढ़ोतरी में ATF की कीमतों में 19,508.25 रुपये प्रति किलोलीटर या 26.35 फीसदी की वृद्धि हुई है. तेल की अंतरराष्ट्रीय दरों में मजबूती आने के बाद ATF की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है.
ATF की कीमतें पिछली बार नवंबर 2021 के मध्य में 80,835.04 रुपये प्रति किलोलीटर पर पहुंच गई थीं, इससे पहले 1 और 15 दिसंबर को कुल 6,812.25 रुपये प्रति किलोलीटर या 8.4 फीसदी की कटौती की गई थी.
जेट फ्यूल की कीमतों को पिछले पखवाड़े में अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क के औसत मूल्य के आधार पर हर महीने की पहली और 16 तारीख का संशोधन किया जाता है.
पेट्रोल-डीजल की कीमतें नहीं बढ़ी
ATF के विपरीत, पिछले पखवाड़े में औसत मूल्य लेने के बाद पेट्रोल और डीजल की दरों को हर रोज संशोधित किया जाता है. लेकिन यह कीमतें 4 नवंबर, 2021 को पिछले संशोधन के बाद से अपरिवर्तित बनी हुई हैं, जब केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी. रसोई गैस एलपीजी की कीमतें भी अक्टूबर से 900 रुपये प्रति सिलेंडर पर बनी हुई हैं.