Air India sale: घाटे में चल रही है विमानन कंपनी एयर इंडिया की बिक्री पर सरकार ने अपनी मुहर लगा दी है. 68 साल बाद एक बार फिर से एयर इंडिया टाटा ग्रुप के पास चली गई है. दीपम सेक्रेटरी तुहिन कांता पांडे ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस सौदे के बारे में पूरी जानकारी दी. दीपम सेक्रेटरी ने आश्वासन दिया कि इस सौदे में एयर इंडिया के मौजूदा कर्मचारियों का पूरा खयाल रखा जाएगा. आइए जानते हैं इस सौदे से जुड़े 10 बड़ी बातें.

1. कर्मचारियों के हितों का रखा जाएगा ध्यान

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सरकार ने एयर इंडिया के कर्मचारियों को पूरा आश्वासन दिया है कि टाटा संस के हाथ में एयर इंडिया की कमान जाने के बाद भी उनके सभी हितों का ध्यान रखा जाएगा. दीपम सेक्रेटरी तुहिन कांत पांडे ने कहा कि सरकार एयर इंडिया के सभी कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखेगी.

2. एक साल तक नहीं निकाल पाएंगे कोई कर्मचारी

एयर इंडिया के टाटा संस के पास जाने के बावजूद एयरलाइंस के किसी भी कर्मचारी को अगले एक साल तक कंपनी से नहीं निकाला जाएगा. उन्हें एयर इंडिया में मिलने वाली सुविधाओं को बरकरार रखा जाएगा.

3. एक साल बाद क्या होगी स्थिति

सरकार ने बताया कि सरकार और टाटा संस के बीच हुए समझौते के मुताबिक टाटा संस एक साल के बाद कर्मचारियों को लेकर फैसले लेने को स्वतंत्र है. हालांकि यदि टाटा संस को एक साल बाद भी एयर इंडिया के किसी कर्मचारी को काम से निकाली है, तो उसे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) देना होगा.

4. कर्मचारियों को मिलती रहेगी ग्रेच्युएटी और मेडिकल क्लेम

दीपम सेक्रेटरी ने बताया कि एयर इंडिया के सभी कर्मचारियों को ग्रेच्युएटी में कोई बदलाव नहीं होगा. इसके साथ ही उन्हे रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली सुविधाएं और मेडिकल बेनिफिट्स भी मिलते रहेंगे.

5. Air India के पास हैं कितने कर्मचारी

वर्तमान में एयर इंडिया के पास कुल 12,085 कर्मचारी काम करते हैं. इसमें से 8084 पर्मानेंट कर्मचारी हैं और 4001 कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम करते हैं. इसके अलावा एयर इंडिया के पास एयर इंडिया एक्सप्रेस में भी 1434 कर्मचारी काम करते हैं.

6. टाटा संस ने 18000 करोड़ रुपये में जीती बोली

टाटा संस ने एयर इंडिया पर अपना मालिकाना हक जीतने के लिए 18000 करोड़ रुपये की बोली लगाई है. इसमें से 15,300 करोड़ रुपये घाटे में चल रही एयर इंडिया का कर्ज और बाकि नगद भुगतान में जाएगा. भारत सरकार को एयर इंडिया की पूरी हिस्सेदारी टाटा संस को बचने के लिए 2,700 करोड़ रुपये मिलेंगे

7. मिलेगी पूरी हिस्सेदारी

टाटा संस को एयर इंडिया खरीदने पर घरेलू हवाई अड्डों पर 4,400 घरेलू और 1,800 अंतरराष्ट्रीय लैंडिंग और पार्किंग अलोकेशन का कंट्रोल दिया जाएगा. कंपनी को एयर इंडिया की सस्ती एविएशन सर्विस एयर इंडिया एक्सप्रेस का भी सौ प्रतिशत कंट्रोल मिलेगा.

8. किसी गैर भारतीय को नहीं बेच सकते लोगो

दीपम सेक्रेटरी ने बताया कि टाटा संस को एयर इंडिया के साथ ही इससे जुड़े आठ लोगो पर टाटा संस का हक होगा. हालांकि सरकार ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी टाटा संस एयर इंडिया नाम और इससे जुड़े लोगो किसी गैर भारतीय को नहीं बेच सकती है.

9. दिसंबर तक पूरा होगा अधिग्रहण 

दीपम सेक्रेटरी तुहीन कांता पांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस साल के अंत यानि दिसंबर तक एयर इंडिया का अधिग्रहण टाटा संस द्वारा पूरा हो जाएगा. इस सौदे के पूरे होने के बाद 68 साल बाद एक बार फिर से एयर इंडिया टाटा ग्रुप के पास चली जाएगी.

10. इन कंपनियों ने लगाई थी बोली

एयर इंडिया पर अपना मालिकाना हक जमाने के लिए टाटा ग्रुप (Tata Group) और स्पाइसजेट (SpiceJet) के अजय सिंह ने बोली लगाई थी. इसमें टाटा संस (Tata Sons) की बोली सबसे ज्यादा 18 हजार करोड़ रुपये की रही. मंत्रियों के पैनल ने इस बिड को क्लियर कर दिया और इस प्रकार एयर इंडिया अब टाटा संस का हिस्सा बन गया है. 

 

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