Traffic Rules in India: देश में कार या बाइक चलानी है तो ट्रैफिक नियमों का पालन करना पड़ेगा. मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कुछ नियम कानून तैयार किए गए हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी है. अगर कोई व्यक्ति इन कानून का पालन नहीं करता है तो उस पर जुर्माना लगता है. ऐसे में कार ड्राइवर या बाइक चलाने वालों को ये नहीं पता होता कि कब और कैसे चालान कट जाता है क्योंकि कुछ नियम ऐसे हैं, जिनकी जानकारी ज्यादातर लोगों को नहीं होती है. ऐसे में अनजाने में नियमों का उल्लंघन करने पर लोगों के चालान कट जाते हैं. अगर आप भी ऐसी ही कुछ नियमों से अनजान हैं तो यहां हम आपको बता रहे हैं कि किन नियमों का भी आपको ध्यान रखना चाहिए. 

ड्राइविंग के दौरान स्मोकिंग करना प्रतिबंधित

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि देश में गाड़ी चलाते समय धुम्रपान नहीं करना चाहिए. पहली बार पकड़े जाने पर 100 रुपए और दूसरी बार पकड़े जाने पर 300 रुपए का जुर्माना लगता है. इस नियम को सार्वजनिक उपद्रव या खतरा माना जाता है. 

हैजार्ड लाइट का कैसे करें इस्तेमाल

हैजार्ड लाइट का इस्तेमाल तब किया जाता है, जब दूसरे वाहन को बताते हो कि आपकी गाड़ी रुकी हुई है या किसी खतरे में है. ऐसे में हैजार्ड लाइट का इस्तेमाल तभी करना चाहिए, जब बहुत अहम हो या फिर आप ट्रैफिक में धीमी गति से ट्रैवल कर रहे हो. ऐसे में हैजार्ड लाइट का इस्तेमाल सही समय में ही करना चाहिए ताकि रास्ते पर चल रहे दूसरे ड्राइवर्स को गलत मैसेज ना पहुंचे.

बिना बीमा के ना चलाएं गाड़ी

बिना इंश्योरेंस या बीमा के गाड़ी चलाना गलत और गैरकानूनी है. गाड़ी के लिए थर्ड पार्टी बीमा का होना जरूरी है. बता दें कि इस नियम को कुछ समय पहले ही भारत में अनिवार्य किया गया है. कार चलाते समय कुछ भी हो सकता है, खराब रास्त या मौसम कई बार खतरे का कारण बन जाती हैं. ऐसे में बीमा का होना जरूरी है. 

हाई बीम के साथ ना चलाएं गाड़ी

हाईवे पर हाई बीमा में कार चलाने से कई बार सामने से आ रहे ड्राइवर्स को दिक्कत हो जाती है. वो सामने से आ रही कार नहीं देख पाते. जरूरी होने पर ही हाई बीम का इस्तेमाल करें. हाई बीम का इस्तेमाल तब किया जाता है, जब सड़कें रोशनी वाली हो या बिना स्ट्रीट लाइट वाले हाईवे पर आप कार चला रहे हों.

प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल ना करें

देश में प्रेशर हॉर्न का इस्तेमाल गैरकानूनी है. ये इतना तेज होता है कि कई बार ध्वनि प्रदूषण का कारण बन जाता है और इसकी वजह से लोगों के एक्सीडेंट्स भी हो सकते हैं. बता दें कि हॉर्न का इस्तेमाल सिर्फ तभी होना चाहिए, जब जरूरत हो. गैरजरूरी समय पर हॉर्न का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.