केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि अब वक्त आ गया है कि देश में एथेनॉल पंप खोले जाएं. टोयोटा की फ्लेक्स-फ्यूल इंजन वाली हाईब्रिड व्हीकल की लॉन्चिंग पर उन्होंने कहा कि अगले कुछ सालों के लिए यह लक्ष्य रखा गया है कि पेट्रोल को एक अल्टरनेटिव और ग्रीन एनर्जी से रिप्लेस किया जाए. उन्होंने कहा कि "मैं पेट्रोलियम मिनिस्ट्री और सेक्रेटरी से आग्रह करता हूं कि अब वक्त आ गया है कि हम भारत में एथेनॉल पंप खोलें."

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उन्होंने कहा कि "हम प्राइवेट कंपनियों से देश में एथेनॉल पंप खोलने को कह सकते हैं. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के पास पहले से ही पुणे में तीन एथेनॉल पंप हैं." उन्होंने कहा कि अगर देश में एथेनॉल पंप बनेगा, इसकी पॉलिसी रहेगी कि प्राइवेट कंपनियों को अलाऊ किया जाए कि वो इस टेक्नोलॉजी की मदद से एथेनॉल बनाए तो देश के लोगों के लिए यह विकल्प अवेलब रहेगा. 

"इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए लंबी वेटिंग लिस्ट"

भारत में एथेनॉल का भविष्य कितना बड़ा है, इसपर गडकरी ने कहा कि "एथेनॉल ही भविष्य है और हम सबको भविष्य के लिए तैयार रहना चाहिए." उन्होंने इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बढ़ती पॉपुलैरिटी का जिक्र करते हुए कहा कि "आज इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की इतनी डिमांड है, एक लंबी वेटिंग लिस्ट है. लोग मुझसे मिलते हैं तो कहते हैं कि टाटा को रेकेमेंडेशन लेटर भेजिए कि वो इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाएं. इसमें बहुत पोटेंशियल है."

नितिन गडकरी कई सालों से पेट्रोल-डीजल के रिप्लेसमेंट के तौर पर दूसरे ज्यादा सस्टेनेबल और ग्रीन अल्टरनेटिव्स की वकालत कर रहे हैं. अभी कुछ वक्त पहले उन्होंने जनता से अपील की कि डीजल और पेट्रोल की बजाय एथेनॉल, मेथेनॉल, इलेक्ट्रिक और सीएनजी पर चलने वाली गाड़ियों का इस्तेमाल करें, इससे किराया भी सस्ता होगा. उन्होंने आज कहा कि पेट्रोल-डीजल पर पर्यावरण के लिए ही नहीं खतरनाक नहीं हैं, अर्थव्यवस्था के लिहाज से भी बहुत अच्छा विकल्प नहीं हैं.