लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे आ गए हैं. बीजेपी नीत गठबंधन NDA को 353 सीटों पर फतह मिली है. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में केंद्र में सरकार का दोबारा गठन होगा. 'जी बिजनेस' को यह जानकारी मिली है कि थिंक टैंक 'नीति आयोग' ने नई सरकार के गठन के पहले ही वाहन उद्योग के लिए जबरदस्‍त एक्‍शन प्‍लान तैयार किया है. इससे न सिर्फ प्रदूषण खत्‍म होगा बल्कि इलेक्ट्रिक कार बाजार को भी बूस्‍ट मिलेगा. 

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क्‍या है एक्‍शन प्‍लान

नीति आयोग का कहना है कि भारतीय शहरों की आबो-हवा शुद्ध करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना जरूरी है. इसके लिए इलेक्ट्रिक टू व्‍हीलर और 3 व्‍हीलर की बिक्री को बढ़ावा देना होगा. नीति आयोग चाहता है कि सरकार 31 मार्च, 2023 तक सिर्फ इलेक्ट्रिक थ्री व्‍हीलर की बिक्री सुनिश्चित करे. ये वाहन लिथियम ऑयन या एडवांसड केमिकल आधारित होंगे.

फेम 2 योजना को बढ़ावा देना

नीति आयोग का यह भी मानना है कि फेम 2 योजना के अंतर्गत इलेक्ट्रिक थ्री व्‍हीलर पर दी जाने वाली सब्सिडी 10000 हजार रुपए से बढ़ाकर 20 हजार रुपए कर दी जाए. इससे आम आदमी के लिए इलेक्ट्रिक थ्री व्‍हीलर खरीदना और सुगम होगा.

ऊर्जा मंत्रालय के लिए प्‍लान

नीति आयोग का कहना है कि ऊर्जा विभाग को कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग मेकेनिज्‍म फ्रेमवर्क को अंतिम रूप देना होगा ताकि ईंधन एफिशियेंसी नॉर्म्‍स को बढ़ावा मिले. इसके लिए नीति आयोग अलग-अलग बैठकें करेगा. इन बैठकों में फ्यूल एफिशियेंसी नॉर्म्‍स व अन्‍य वित्‍तीय प्रस्‍तावों पर चर्चा होगी.

ये कंपनियां बनाती हैं इलेक्ट्रिक वाहन

प्रतिष्ठित भारतीय कम्पनियों में महिंद्रा इलेक्ट्रिक मोबीलिटी, गोएंका इलेक्ट्रिक मोटर व्हीकल्स, एस यू ऑटोमोटिव, ऑटोलाइट (इंडिया) लिमिटेड, चैंपियन पॉलीप्लास्ट, हिम टेक्नोफॉर्ज, ठकराल इलेक्ट्रिक, ग्रीनफ्यूल एनर्जी सोलूशन्स, ओकाया पावर, फुजियामा पावर सिस्टम और सोनी ई-व्हीकल्स इलेक्ट्रिक वाहन बनाती हैं.

क्‍या है PM की योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते साल कहा था कि सरकार देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए नई नीति लाएगी और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी. हम बैटरी से स्मार्ट चार्जिंग, स्मार्ट चार्जिंग से इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण में निवेश करना चाहते हैं. हम भारत को इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में अगुआ बनाना चाहते हैं. हम जल्द ही इलेक्ट्रिक और ऑटोमेटेड वाहनों के लिए एक टिकाऊं नीति लाएंगे..जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए स्वच्छ ऊर्जा द्वारा संचालित स्वच्छ गतिशिलता सबसे शक्तिशाली हथियार है.