देश के नेशनल हाइवे पर सभी टोलों को कैशलेश बनाने के लिए फास्टैग (FasTag) शुरू किया गया है और 15 दिसंबर से यह सभी गाड़ियों के लिए जरूरी भी हो जाएगा. हालांकि इसकी अनिवार्यता पहले 1 दिसंबर से शुरू हो रही थी, लेकिन बाद में इसे 15 दिसंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया.

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सभी टोल हो जाएंगे फास्टैग 

केंद्र सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय ने सभी नेशनल हाईवे पर टोल वसूली को ऑनलाइन करने का निर्णय किया है. इसके तहत ई-मनी के द्वारा ही टोल वसूला जाएगा. जितने भी नेशनल हाईवे के टोल हैं, वहां पर फास्टैग के जरिए टोल लेने की प्लानिंग शुरू कर दी गई है. इन पर 15 दिसंबर से पूरी तरह से फास्टैग के जरिए ही टोल लिया जाएगा.

टोलों पर फास्टैग के लिए लगे कैंप

फास्टैग को लेकर सभी टोल नाकों पर विशेष कैंप लगाए गए हैं. ताकि लोग टोल नाके पर से ही फास्टैग ले सकें. तमाम बैंकों में भी फास्टैग जारी किया जा रहा है. 

एक घंटे में निकल सकेंगे 1200 वाहन 

इस समय नगद भुगतान के चलते 1 घंटे में टोल की एक लेन से मात्र 240 वाहन ही निकल पाते हैं. फास्टैग लेन शुरू होने के बाद इसकी क्षमता 1200 तक पहुंच

जाएगी. जिससे वाहनों का फ्यूल और चालक का समय भी बचेगा.

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टोल प्रशासन की तैयारी पूरी

15 दिसंबर से सभी टोल कैशलैस होंगे ऐसे में सभी तैयारियां टोल प्लाजाओं पर भी कर ली गई है. 15 दिसंबर से टोल नाके पर बस एक लाइन कैश की होगी बाकि लाइनें फास्टैग की होंगी. बिना फास्टैग वाली गाड़ी अगर फास्टैग लाइन से गुजरती है तो उससे दोगुना टोल चार्ज वसूल किया जाएगा.

- फास्टैग 400 से 500 रुपए में अलग-अलग कंपनी का उपलब्ध है. 

- फास्टैग को ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है. 

- ऑनलाइन लेने पर 100 रुपए फास्ट टैग की कीमत देगी होगी. 

- 200 रुपए रिफंडेबल सिक्योरिटी राशि और 200 रुपए का रिचार्ज शामिल है. 

- फास्टैग की वैलिडिटी लाइफटाइम रहेगी. 

- हर ट्रांजेक्शन पर ढाई फीसदी कैश बैक भी वाहन चालक को मिलेगा. 

(रिपोर्ट- हिमांशु मित्तल/ जयपुर)