पिछली कुछ महीनों से मांग के मोर्चे पर दबाव झेल रही ऑटो कंपनियों को जून महीने में बिक्री के आंकड़ों से कुछ राहत मिलेगा, इस बात पर सभी की निगाहें टिकी हैं. अगले सोमवार को ऑटो बिक्री के आंकड़े आएंगे. ट्रेंड और कारोबार जगत से जुड़े विशेषज्ञों का अनुमान है कि मांग में अभी भी कोई रिकवरी आती हुई नहीं दिख रही है. वास्तव में इन्वेंट्री लेवल हमें हायर साइड पर ही देखने को मिल सकते हैं. टू-व्हीलर्स की बात करें तो मार्च में उन्होंने जो उत्पादन लेबल में कटौती की थी, उसके बावजूद उनकी इन्वेंट्री लेवल ऊंची रह सकती हैं.

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ऑटो कंपनियों को कमर्शियल वाहन सेग्मेंट में बिक्री बढ़ाने के लिए डिस्काउंट देने पड़ रहे हैं. इस वजह से कमर्शियल सेग्मेंट में पिछले महीने के मुकाबले थोड़ा सुधार दिख सकता है. जहां तक इन्वेंट्री लेबल की बात है तो मारुति की इन्वेंट्री थोड़ी लोवर लेबल पर हो सकती है, जबकि महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स की इन्वेंट्री थोड़ी अधिक रहने का अनुमान है. कारोबारियों के मुताबिक मारुति की इन्वेंट्री 25-30 दिन की हो सकती है, जबकि एमएंडएम और टाटा मोटर्स की इन्वेंट्री 35-40 दिन की होने का अनुमान है.

पैसेंजर व्हीकल की बिक्री के अनुमान की बात करें तो मारुति की बिक्री वर्ष दर वर्ष आधार पर 14.4 प्रतिशत, टाटा मोटर्स की बिक्री 29.2 प्रतिशत और एमएंडएम की बिक्री में 4.5 प्रतिशत की कमी का अनुमान है. पिछले महीने के आंकड़ों के मुकाबले मारुति की बिक्री में 13.7 प्रतिशत और एमएंडएम की बिक्री में 5.8 प्रतिशत कमी का अनुमान है, जबकि टाटा मोटर्स की बिक्री 4.5 प्रतिशत बढ़ सकती है.

मारुति सुजुकी के चेयरमैन आरसी भार्गव की राय जून बिक्री के बारे में थोड़ी अलग है. उनका कहना है कि जून में बिक्री के आंकड़े मई से बेहतर रह सकते हैं. वास्तव में बिक्री में गिरावट का दौर खत्म हो सकता है और कुछ पॉजिटिव नतीजे भी दिख सकते हैं. महिंद्रा एंड महिंद्रा और एस्कॉर्ट्स की टैक्टर ग्रोथ में बढ़ोतरी होने का अनुमान है.