Covaxin कोरोना के अल्फा और डेल्टा वेरिएंट्स के खिलाफ कारगर, अमेरिकी एजेंसी NIH की रिपोर्ट में सामने आई जानकारी
कोवैक्सीन B.1.17 अल्फा और B.1.617 डेल्टा वेरिएंट (सबसे पहले यूके और भारत में पाए गए) को प्रभावी ढंग से बेअसर कर देती है.
(Image: Reuters)
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Covaxin Latest News: अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के सहयोग से भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की बनाई गई कोवैक्सीन (Covaxin) कोरोना वायरस के अल्फा और डेल्टा वेरिएंट्स के खिलाफ कारगर है. NIH ने बताया है कि जिन लोगों ने कोवैक्सीन की डोज ली थी, उनके ब्लड सीरम की दो स्टडी के नतीजे बताते हैं कि वैक्सीन एंटीबॉडी पैदा करती है जो B.1.17 अल्फा और B.1.617 डेल्टा वेरिएंट (सबसे पहले यूके और भारत में पाए गए) को प्रभावी ढंग से बेअसर कर देती है.
भारत और अन्य जगहों पर अब तक लगभग 2.5 करोड़ लोगों को कोवैक्सीन की डोज लग चुकी है. एनआईएच ने कहा है कि कोवैक्सीन के दूसरे फेज के ट्रॉयल के प्रकाशित नतीजे बताते हैं कि ये सुरक्षित और इसके गंभीर साइड इफैक्ट नहीं हैं. वहीं, कोवैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रॉयल का डेटा इस साल के अंत में उपलब्ध हो जाएगा.
78 फीसदी कारगर है कोवैक्सीन
एनआईएच के मुताबिक, कोवैक्सीन (Covaxin) के तीसरे फेज के अंतरिम नतीजे बताते हैं कि यह वैक्सीन सिम्प्टोमेकटक बीमारी के खिलाफ 78 फीसदी, गंभीर कोविड10 के खिलाफ 100 फीसदी प्रभावी और एसिम्प्टोमेंटिक इन्फेक्सशन के खिलाफ 70 फीसदी कारगर है. कोवैक्सिन की डोज लेने वाले लोगों के ब्लड सीरम की दो स्टडीस से पता चला है कि ये ऐसी एंटीबॉडी बनाता है, जो SARS-CoV-2 के B.1.17 (अल्फा) और B.1.617 (डेल्टा) वेरिएंट को प्रभावी ढंग से बेअसर करता है. वहीं, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (NIAID) के के निदेशक एंथनी एस फौसी ने कहा कि एक ग्लोबल महामारी को समाप्त करने के लिए ग्लोबल रिस्पांस की जरूरत है.
लैब में डेवलप हुअए कोवैक्सीन का एडजुवेंट
एनआईएच ने कहा कि कोवैक्सीन में इस्तेमाल होने वाले एडजुवेंट Alhydroxiquim-II को बायोटेक कंपनी विरोवैक्स एलएलसी ऑफ लॉरेंस, कंसास ने लैब में खोजा और टेस्ट किया गया था. एनआईएच के मुताबिक एनआईएआईडी एडजुवेंट प्रोग्राम ने 2009 से वीरोवैक्स के फाउंडर और सीईओ सुनील डेविड के शोध का समर्थन किया है. एनआईएच ने कहा है, ''कंपनी ने एलहाइड्रॉक्सिकिम-II का व्यापक सुरक्षा अध्ययन किया और प्रोडक्शन को बढ़ाने की जटिल प्रक्रिया को अंजाम दिया है.'' भारत बायोटेक की ओर से 2021 के अंत तक कोवैक्सीन की 70 करोड़ डोज का प्रोडक्शन करने की उम्मीद है.
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12:36 PM IST