रूस-यूक्रेन विवाद: क्या महायुद्ध की हो रही है तैयारी? कच्चे तेल पर होगा कितना असर? रिसर्च रिपोर्ट में समझें पूरा मामला
रूस और यूक्रेन के बीच विवाद का असर अब पूरी दुनिया के बाजारों पर नजर आ रहा है. कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है. आइए समझते इस विवाद का इतिहास.
रूस और यूक्रेन के बीच विवाद गहराता जा रहा है, जिसका असर पूरी दुनिया पर देखने को मिल रहा है. पिछले साल के मुकाबले कच्चे तेल की कीमतों में चार गुना इजाफा हो चुका है. आइए जी बिजनेस के रिसर्च टीम के सदस्य आशीष चतुर्वेदी से समझते हैं आखिर क्या है रूस और यूक्रेन के बीच विवाद की वजह और दुनिया भर के बाजारों पर इसका क्या असर होगा.
काफी पुराना है विवाद
रूस और यूक्रेन के बीच काफी समय से विवाद चला आ रहा है. 24 अगस्त 1991 को सोवियत संघ से यूक्रेन अलग हुआ था. सोवियत संघ से अलग होने के बाद यूक्रेन को पश्चिमी देशों का सहारा मिला. 1949 में NATO की स्थापना की गई थी, जिसका मकसद था कि इसके आसपास के देश सोवियत संघ से अपने आप को डिफेंड कर पाएं.
⚡️यूक्रेन-रूस विवाद क्या है?
— Zee Business (@ZeeBusiness) January 27, 2022
क्या हो रही है महायुद्ध की तैयारी?
रूस-यूक्रेन के विवाद का बाजार पर कैसा हो रहा असर?
कच्चे तेल पर इस विवाद का कितना असर?
जानिए पूरी रिसर्च आशीष चतुर्वेदी से
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2014 में यूक्रेन में जो सरकार थी, वह काफी हद तक रूस की समर्थक थी. इसके चलते यूक्रेन ने NATO में शामिल होने का निर्णय नहीं लिया. हालांकि, अभी फिर से NATO में शामिल होने की हलचल तेज हो गई है. यूक्रेन के दो भाग है, वेस्टर्न यूक्रेन और ईस्टर्न यूक्रेन. ईस्टर्न यूक्रेन में काफी मात्रा में रूस के समर्थक हैं.
अमेरिका लगा सकता है प्रतिबंध
जानकारों का मानना है कि अभी स्थिति यह है कि अमेरिका ने कह दिया है कि वह सीधे तौर पर युद्ध नहीं करेगा, लेकिन रूस पर आर्थिक प्रतिबंध का रास्ता अपनाया जा सकता है. हालांकि, अगर अमेरिका यूक्रेन को बड़ी सैन्य सहायता देता है या फिर रूस पर कोई बड़ा प्रतिबंध लगाया जाता है तो इससे एक विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है.
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बताया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन 4 फरवरी को चीन में होने वाले विंटर ओलंपिक में शामिल होने जा रहे हैं. यहां से वापस आने के बाद हो सकता है पुतिन का रूख और आक्रमक हो जाए.
दुनिया भर की तेल कीमतें होंगी प्रभावित
इस विवाद के चलते प्राकृतिक गैस पर भी असर पड़ने की संभावना है. पिछले साल के मुकाबले कीमतें लगभग चार गुना बढ़ चुकी हैं. यूरोप को बड़ी मात्रा में रूस से गैस मिलता है. अगर यह विवाद बढ़ता है तो कच्चे तेल और नेचुरल गैस की कीमते बढ़ सकती हैं.
06:47 PM IST