मोदी सरकार के इस प्लान पर चीन के मीडिया ने कहा- ख्याली पुलाव पका रहा है भारत
चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने भारत का मजाक उड़ाया है और कहा है कि बीजिंग और वाशिंगटन के बीच जारी ट्रेड वार के चलते भारत जो सपने पाल रहा है, वो कभी पूरे नहीं होंगे.
ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि भारत की औद्योगिक क्षमताएं चीन से कम हैं (फोटो- Pixabay)
ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि भारत की औद्योगिक क्षमताएं चीन से कम हैं (फोटो- Pixabay)
चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने भारत का मजाक उड़ाया है और कहा है कि बीजिंग और वाशिंगटन के बीच जारी ट्रेड वार के चलते भारत जो सपने पाल रहा है, वो कभी पूरे नहीं होंगे. वेबसाइट ने अपने संपादकीय में कहा है कि भारत की औद्योगिक क्षमताएं चीन की विनिर्माण शक्ति के आगे कहीं भी नहीं ठहरती हैं.
ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि ट्रेड वार के चलते भारत सोच रहा है कि वो औद्योगिक केंद्र के रूप में चीन की जगह ले लेगा, लेकिन ये दिन में देखे गए उस हसीन सपने की तरह है, जो कभी पूरा नहीं होगा. इस संपादकीय में भारत के वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु को कोट करके कहा गया है कि ये साफ है कि वैश्विक व्यापार में भारत एक बड़ी हिस्सेदारी चाहता है. 'प्रभु ने हाल में ब्लूमबर्ग से कहा है कि चूंकि चीन का माल अब आकर्षक नहीं रह गया है, इसलिए भारत अब अमेरिका और अन्य ग्लोबल मार्केट को निर्यात बढ़ाने पर फोकस करेगा.'
ग्लोबल टाइम्स की दलील
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हालांकि ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, 'भारत का इरादा है कि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड विवाद से फायदा लिया जाए, लेकिन उसकी ये योजना ख्याली पुलाव साबित होगी क्योंकि भारत इस अवसर का फायदा लेने के लिए तैयार नहीं है.'
डब्ल्यूटीओ के आंकड़ों का हवाला देते हुए संपादकीय में लिखा गया कि विश्व व्यापार में भारत की हिस्सेदारी 2017 में सिर्फ 1.68 प्रतिशत थी. इसलिए इस बात के बहुत कम चांस हैं कि 'मेक इन इंडिया' की भी तरह से 'मेक इन चाइना' की जगह ले पाएगा.
07:42 PM IST