UAE में 1.5 लाख भारतीयों ने घर लौटने के लिए कराया रजिस्ट्रेशन, वेबसाइट हो जा रही क्रैश
भारतीय मिशनों ने कोरोना वायरस महामारी के चलते जारी लॉकडाउन के कारण संयुक्त अरब अमीरात में फंसे तथा घर लौटने की इच्छा रखने वाले भारतीयों के लिए पिछले सप्ताह ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू किया था.
लोग इतनी बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं कि वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट कई कई बार क्रैश हो चुकी है. (रॉयटर्स)
लोग इतनी बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं कि वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट कई कई बार क्रैश हो चुकी है. (रॉयटर्स)
दुनियाभर में कोरोनावायरस (Coronavirus) का कहर जारी है. हजारों लाखों भारतीय भी विदेशों में फंसे हैं. एक खबर संयुक्त अरब अमीरात से है, जहां 1.5 लाख से भी ज्यादा भारतीयों (Indian in UAE) ने अपने वतन लौटने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, लोग इतनी बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं कि वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट कई कई बार क्रैश हो चुकी है.
भारतीयों ने कोरोनावायरस को रोकने के लिए जारी लॉकडाउन के बीच घर लौटने की तैयारी में हैं. इसके लिए उन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (Online registration) प्रोसेस के जरिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है. अभी भी कई भारतीय रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं. लोगों ने भारतीय मिशनों में अप्लाई किया है. पीटीआई के मुताबिक, मीडिया में आई खबरों में इसकी जानकारी दी गई है.
भारतीय मिशनों ने कोरोना वायरस महामारी के चलते जारी लॉकडाउन के कारण संयुक्त अरब अमीरात में फंसे तथा घर लौटने की इच्छा रखने वाले भारतीयों के लिए पिछले सप्ताह ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू किया था. भारत के महावाणिज्य दूत (Consul General of India) विपुल ने शनिवार को गल्फ न्यूज को बताया कि शनिवार की शाम 6 बजे तक हमने एक लाख 50 हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन हासिल किए हैं. उन्होंने बताया कि उनमें से एक चौथाई ऐसे हैं जो अपनी नौकरी गंवाने के बाद स्वदेश लौटना चाहते हैं.
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खलीज टाइम्स की रविवार की एक खबर के मुताबिक, रजिस्ट्रेशन कराने वाले करीब 40 प्रतिशत एप्लीकेंट मजदूर हैं जबकि बीस प्रतिशत प्रोफेशनल्स हैं. वाणिज्य दूतावास के प्रेस ऑफिसर नीरज अग्रवाल के हवाले से खबर में कहा गया है कि करीब 20 प्रतिशत एप्लीकेंट्स की नौकरी जा चुकी है जबकि 55 प्रतिशत तो अकेले केरल से हैं. अग्रवाल ने कहा कि इन आंकड़ों में बदलाव हो सकता है क्योंकि उन्हें उम्मीद है बिहार, उत्तर प्रदेश एवं तेलंगाना जैसे प्रदेशों के मजदूर भी रजिस्ट्रेशन कराएंगे.
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उन्होंने बताया कि करीब 10 प्रतिशत एप्लीकेंट ऐसे हैं जो ट्रैवल और टूरिज्म वीजाधारी हैं जो भारत में जारी लॉकडाउन के कारण यहां फंस गए हैं. कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी लॉकडाउन भारत में सरकार ने 4 मई से दो हफ्ते के लिये और बढ़ा दिया है. अग्रवाल ने बताया कि एप्लीकेंट में गर्भवती महिलाएं और बीमार लोग भी शामिल हैं.
05:16 PM IST