Financial Planning के 7 नियम आपको कभी नहीं होगी पैसों की कमी!

आप जो भी कमाएं, पहले उसमें से एक हिस्सा बचाएं और फिर जो पैसा बचे, उससे अपने रोजमर्रा के खर्चे पूरे करें.

1- सैलरी-बचत=खर्चा

सैलरी का 50% घर के किराए और ग्रॉसरी में, 30% सेविंग में और बचा हुए 20% आउटिंग, फूड, ट्रैवल आदि पर खर्च कर सकते हैं.

2- 50-30-20 नियम

जब कार खरीदें तो 20% डाउन पेमेंट करें. 4 साल के अंदर भुगतान कर दें. 10% से ज्यादा हिस्सा कार EMI में खर्च ना करें.

3- 20-4-10 का नियम

अपनी सालाना सैलरी का करीब 10 गुना बड़ा लाइफ इंश्योरेंस जरूर लेना चाहिए. साथ ही मेडिकल इंश्योरेंस भी जरूर लें.

4- इंश्योरेंस जरूर लें

EMI इनहैंड सैलरी के 30% हिस्से से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. अगर ये ज्यादा होगी तो आपका बाकी खर्चों का बजट बिगड़ सकता है.

5- होम लोन की EMI

इक्विटी, म्यूचुअल फंड में कुल निवेशा का सिर्फ 20-30% ही लगाएं. सारे पैसे एक ही जगह ना लगाकर अलग-अलग जगह लगाएं.

6- इन्वेस्टमेंट करें डायवर्सिफाई

अपनी सैलरी का कम से कम 3-5% हिस्सा इमरजेंसी फंड में हर महीने निवेश करते जाएं, क्योंकि इमरजेंसी कभी भी आ सकती है.

7- इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं