इस फूल की खेती बनाएगी मालामाल, बीज-तेल बेचकर कमाएं लाखों

सूरजमुखी (Sunflower) बेहतर मुनाफा देने वाली नकदी फसल है. इसकी खेती तीनों मौसम में की जा सकती है.

इसकी बुवाई इस तरह से करना चाहिए ताकि फूल लगने के समय लगातार बूंदा-बांदी, बादल छाए रहने या तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रहने की स्थिति से बचा जा सके. 

सूरजमुखी की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे बेहतर मानी जाती है. इसकी बुवाई वसंत ऋतु में फरवरी के अंत तक की जा सकती है.

सूरजमुखी की हाइब्रिड किस्में DRSH-1, KBSH-44, PSHF- 118, PSHF- 569, PAC-36, PAC-1091, KVSH-1 और संकुल प्रजातियां जैसे मॉर्डन व सूर्या आदि हैं.

बीजों में लगने वाले रोगों की रोकथाम के लिए 3 ग्राम प्रति किग्रा बीज की दर मात्रा को कैप्टॉन या थीरम से उपचारित कर लेना चाहिए.

सिंचाई पर आधारित फसल के लिए 60:90:30 किग्रा प्रति हेक्टेयर नाइट्रोजन, फॉस्फोरस व पोटाश की सिफारिश की जाती है. 

बुवाई के समय सूरजमुखी के फसल के लिए 50 फीसदी नाइट्रोन + फॉस्फोरस और पोटाश खाद की पूरी मात्रा देनी चाहिए.

बाकी के दो बराबर-बराबर भाग करके बुवाई के 30 से 55 दिनों के लिए बाद डालनी चाहिए. 

सूरजमुखी (Sunflower) की अंतर फसल प्रणाली के जरिए भी खेती की जा सकती है.