Aug 6, 2023, 02:41 PM IST

जीरो टिलेज तकनीक से उगाएं आलू, कम लागत में बंपर मुनाफा

Sanjeet Kumar

आलू (Potato) एक नकदी फसल है. हर परिवार में इसे किसी न किसी रूप में उपयोग किया जाता है

धान की कटाई के साथ ही आलू की बुवाई शुरू हो जाती है. देश के ज्यादातर हिस्सों में परंपरागत विधि से आलू की रोपाई की जाती है

इसमें मेहनत और मजदूरी ज्यादा लगती है. लेकिन जीरो टिलेज (Zero Tillage) यानी बिना जुताई आलू उत्पादन तकनीक में धान की पुआल का इस्तेमाल होता है.

इस तकनीक को अपनाकर किसान बहुत ही कम लागत में आलू का बेहतर उत्पादन ले सकते हैं. जीरो टिलेज में खेती की जुताई की जररूत नहीं होती है

बिना जुताई आलू उगाएं

जीरो टिलेज में आलू की सभी किस्मों को लगाया जा सकता है लेकिन कम अवधि वाली किस्म कुफरी पुखराज से बंपर उत्पादन मिलता है

जीरो टिलेज तकनीक में धान के खेती की नमी और पुआल का इस्तेमाल करने के लिए धान की कटाई करने के तुरंत बाद आलू की बुआई की जा सकती है

कब करें बुवाई

इसमें निकाई-गुड़ाई की जरूरत नहीं होती. समय की बचत और उत्पादन व गुणवत्ता में 15-20% की बढ़ोतरी होती है. 

जीरो टिलेज के फायदे

लागत में 40-50 फीसदी की कमी के साथ मजदूरी और पानी 50 फीसदी तक बचत होती है

जीरो टिलेज आलू की अच्छी फसल से 250 से 600 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार ली जा सकती है