Jul 1, 2023, 08:25 PM IST
ग्रामीण इलाकों में बकरी पालन प्रचलित बिजनेस में से एक है. इस क्षेत्र में अच्छा-खासा ग्रोथ देखने को मिला है
बकरी के दूध की मार्केट में काफी मांग है. वहीं, इसके मांस की घरेलू मांग और वैल्यू ज्यादा है
ऐसे में बकरी की अच्छी नस्लों का पालन शुरू करें तो मुनाफा ज्यादा हो सकता है
इस प्रजाति की नस्ल का पालन ज्यादातर मांस के लिए किया जाता है. इसका रंग काला होता है. काले रंग ये बकरी साल में दो बार बच्चे देती है
महाराष्ट्र के उस्मानाबाद, परभणी, अहमदनगर और सोलापुर जिले में इस नस्ल का पालन होता है
इस नस्ल की बकरी राजस्थान के सिरोही, अजमेर, बांसवाड़ा, राजसमंद और उदयपुर जिले में पाई जाती है. इसका आकार छोटा होता है
ये नस्ल दूध और मांस, दोनों के लिए काम आती है. 18 से 24 महीने के बीच पहली बार बच्चे को जन्म देती है
बकरी की ये नस्ल उत्तर प्रदेश के ईटावा और उसके आसपास के क्षेत्रों में पाई जाती है. ये दूध और मांस, दोनों के लिए बेहतर मानी जाती है
इसे बकरी की सबसे अच्छी नस्ल कहा जाता है. ये बकरी रोजाना 1.5 से 2.5 लीटर दूध देती है