FLIPKART की तरह छोटे व्यापारियों का हो सकता है अपना ई-पोर्टल, Cat ने रखी मांग
खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने केंद्र सरकार से देश के छोटे कारेाबारियों के लिए ई-कॉमर्स पोर्टल शुरू करने की मांग की.
ऑनलाइन कंपनियां एफडीआई नीति का खुला उल्लंघन कर रही हैं. (फोटो : डीएनए)
ऑनलाइन कंपनियां एफडीआई नीति का खुला उल्लंघन कर रही हैं. (फोटो : डीएनए)
छोटे व्यापारियों को भी Flipkart, Amazon जैसा प्लेटफॉर्म मिल सकती है. वह केंद्र सरकार से ऐसा प्लेटफॉर्म शुरू करने की मांग कर रहे हैं. खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने केंद्र सरकार से देश के छोटे कारेाबारियों के लिए ई-कॉमर्स पोर्टल शुरू करने की मांग की. संगठन ने कहा कि उसने ऑनलाइन कंपनियों की मनमानी रोकने के लिए ई-कॉमर्स नीति की घोषणा करने और ई-कॉमर्स व्यापार के लिए एक नियामक गठित करने की भी मांग की.
ई-कॉमर्स व्यापार पूरी तरह खराब होने का आरोप लगाया
कैट ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु को ज्ञापन भेजकर कहा कि अभी बड़ी ऑनलाइन कंपनियों के मनमाने रवैये से देश का ई-कॉमर्स व्यापार पूरी तरह खराब हो गया है. ऑनलाइन कंपनियां एफडीआई (FDI) नीति का खुला उल्लंघन करते हुए लागत से भी कम मूल्य पर माल बेचना, बड़े डिस्काउंट देना आदि सभी प्रकार के हथकंडे अपना कर बाज़ार पर कब्ज़ा जमाने का षड्यंत्र रच रही हैं.
सरकार ई-कॉमर्स कंपनियों पर कार्रवाई करे
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने लगातार शिकायत करने के बाद भी इन कंपनियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किये जाने पर अफ़सोस व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि नीति के अभाव में कंपनियां मनमाना व्यवहार कर रही हैं जिससे लाखों व्यापारियों को नुकसान हो रहा है. खंडेलवाल ने कहा कि व्यापारिक संगठनों के साथ मिलकर सरकार एक ई-कॉमर्स पोर्टल शुरू करे जिस पर व्यापारी, छोटे कारीगर, महिला उद्यमी आदि पारदर्शी तरीके से व्यापार कर सकें.
TRENDING NOW
एजेंसी इनपुट के साथ
11:03 AM IST