बाजार में शानदार रिकवरी, सेंसेक्स 131 अंक चढ़कर, निफ्टी 10500 के ऊपर बंद
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बाजार में शानदार रिकवरी देखने को मिली है. सेंसेक्स में निचले स्तर से 300 अंक का सुधार देखने को मिला.
घरेलू संस्थागत निवेशकों की लिवाली से शेयर बाजार में आई तेजी.
घरेलू संस्थागत निवेशकों की लिवाली से शेयर बाजार में आई तेजी.
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बाजार में शानदार रिकवरी देखने को मिली है. सेंसेक्स में निचले स्तर से 300 अंक का सुधार देखने को मिला. वहीं, निफ्टी में 100 अंकों का सुधार हुआ. सोमवार को लगातार दूसरे कारोबारी दिन शेयर बाजारों में तेजी रही. घरेलू संस्थागत निवेशकों की लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 132 अंक चढ़कर बंद हुआ. थोक महंगाई और निर्यात कारोबार जैसे वृहद आर्थिक आंकड़ों के निराशाजनक रहने के बावजूद शेयर बाजार में तेजी का रुख रहा. हालांकि, कारोबार के दौरान निवेशकों का रुख सतर्कता पूर्ण बना रहा. कच्चे तेल के दाम बढ़ने, रुपये में एक बार फिर से गिरावट आने और एशियाई बाजारों में नरमी का रुख रहने से धारणा सतर्कतापूर्ण रही.
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरुआती उतार चढ़ाव के बाद कारोबार की समाप्ति पर 131.52 अंक यानी 0.38 प्रतिशत बढ़कर 34,865.10 अंक पर बंद हुआ. स्वास्थ्य देखभाल और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के शेयरों में बढ़त रही. इससे पहले कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्स 35,000 अंक के आंकड़े को लांघते हुये 35,008.65 अंक पर पहुंच गया था, उसके बाद यह तेजी से गिरता हुआ 34,559.98 अंक पर आ गया. गत सप्ताहांत शुक्रवार को सेंसेक्स में 732.47 अंक की 19 माह की सबसे बड़ी बढ़त दर्ज की गई थी.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी 10,500 अंक से ऊपर रहा. कारोबार की समाप्ति पर यह 40 अंक यानी 0.38 प्रतिशत बढ़कर 10,512.50 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 10,526.30 अंक से लेकर 10,410.15 अंक के दायरे में रहा. मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में खरीदारी का माहौल दिखा है. बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.6 फीसदी तक चढ़कर बंद हुआ, जबकि निफ्टी के मिडकैप 100 इंडेक्स में करीब 1 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई. बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 1.4 फीसदी तक मजबूत होकर बंद हुआ.
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अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपया एक बार फिर से 74 रुपये से नीचे चला गया. विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में यह 74.05 रुपए प्रति डालर पर रहा. उधर, ब्रेंट क्रूड कच्चे तेल का भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में 0.98 प्रतिशत ऊंचा रहकर 81.79 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया. इस बीच सितंबर माह के लिये थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति दो माह के उच्चसतर 5.13 प्रतिशत पर पहुंच गई. खाद्य पदार्थों और पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ने से मुद्रास्फीति बढ़ गई. इससे पहले गत शुक्रवार को जारी अगस्त के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के आंकड़ों में भी गिरावट रही. वहीं, खुदरा मुद्रास्फीति भी सितंबर में मामूली बढ़कर 3.77 प्रतिशत हो गई.
05:03 PM IST