SEBI ने Franklin Templeton AMC के अफसरों पर लगाया 15 करोड़ का जुर्माना, यहां जानें क्या है पूरा मामला
मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने Franklin Templeton AMC के वरिष्ठ अधिकारियों और ट्रस्टी पर 15 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. SEBI ने 2020 में 6 डेट स्कीम को बंद किए जाने के मामले में रेगुलेटरी नियमों के उल्लंघन को लेकर यह जुर्माना लगाया है.
मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने Franklin Templeton AMC के वरिष्ठ अधिकारियों और ट्रस्टी पर 15 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. (PTI)
मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने Franklin Templeton AMC के वरिष्ठ अधिकारियों और ट्रस्टी पर 15 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. (PTI)
मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने Franklin Templeton AMC के वरिष्ठ अधिकारियों और ट्रस्टी पर 15 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. SEBI ने 2020 में 6 डेट स्कीम को बंद किए जाने के मामले में रेगुलेटरी नियमों के उल्लंघन को लेकर यह जुर्माना लगाया है. SEBI की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया है कि फ्रैंकलिन टेम्पलटन ट्रस्टी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पर 3 करोड़ रुपये और फ्रैंकलिन एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) के प्रेसिडेंट संजय सप्रे और चीफ इंवेस्टमेंट ऑफिसर संतोष कामत पर 2-2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है.
बता दें कि फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड ने रिडेम्शन प्रेशर और बॉन्ड मार्केट में लिक्विडिटी का हवाला देते हुए 23 अप्रैल, 2020 को अपने 6 डेट म्यूचुअल फंड स्कीम को बंद कर दिया था. हालांकि, फ्रैंकलिन टेम्पलटन के एक प्रवक्ता ने कहा है कि वे सेबी के आदेश से असहमति जताते हैं और सिक्योरिटीज अपीलेट ट्रिब्यूनल (SAT) में अपील दायर करेंगे.
फंड मैनेजर्स पर भी लगा जुर्माना
सेबी ने नियमों के उल्लंघन के समय योजना के फंड मैनेजर रहे कुणाल अग्रवाल, सुमित गुप्ता, पल्लब रॉय, सचिन पडवाल देसाई और उमेश शर्मा पर भी 1.5-1.5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. कंपनी के उस समय चीफ कम्पालइंस ऑफिसर सौरभ गंगराडे पर 50 लाख रुपये का जुर्माना सेबी ने लगाया है. इन लोगों को 45 दिन के अंदर जुर्माने का भुगतान करने को कहा गया है.
क्या कहना है SEBI का
सेबी ने कहा है कि Franklin Templeton Mutual Fund के ट्रस्टी पूरी तरह से पेशेवर हैं और ये अधिकारी अपने संबंधित क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं. इसके बावजूद वे म्यूचुअल फंड के कामकाज में कई तरह की खामियों को टालने में विफल रहे. उनके द्वारा ड्यूटी के दौरान की गई चीजें यूनिटहोल्डर्स और सामान्य रूप से निवेशकों के हित में नहीं हैं. मार्केट रेगुलेटर ने कहा है कि अधिकारियों ने उस समय जरूरी सावधानी नहीं बरती और रेगुलेटरी जरूरतों का उल्लंघन किया.
किन स्कीम को बंद किया गया था
इन स्कीम्स में फ्रैंकलिन इंडिया लो ड्युरेशन फंड, फ्रैंकलिन इंडिया डायनेमिक एक्रुअल फंड, फ्रैंकलिन इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड, फ्रैंकलिन इंडिया शॉर्ट टर्म इनकम प्लान, फ्रैंकलिन इंडिया अल्ट्रा शॉर्ट बॉन्ड फंड और फ्रैंकलिन इंडिया इनकम ऑपर्चुनिटीज फंड शामिल थे. इन सभी फंड्स का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट 25 हजार करोड़ रुपये था.
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09:02 AM IST