Startup: टेकईगल ने गुजरात में ड्रोन के जरिए पहुंचाई डाक, करीब 30 मिनट में तय की 46 किलोमीटर की दूरी
Startup: कंपनी ने बताया कि 46 किलोमीटर की दूरी आधे घंटे से भी कम समय में तय करते हुए उसने कच्छ इलाके में डाक भेजी.
27 मई को भी कंपनी के ‘वर्टिप्लेन एक्स3’ ने भुज के हाबे गांव से डाक कच्छ जिले के नेर में पहुंचाई थी. (फाइल फोटो: पीटीआई)
27 मई को भी कंपनी के ‘वर्टिप्लेन एक्स3’ ने भुज के हाबे गांव से डाक कच्छ जिले के नेर में पहुंचाई थी. (फाइल फोटो: पीटीआई)
Startup: देश में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई पहल की है. इससे न सिर्फ लोगों को रोजगार मिल रहा है बल्कि कारोबार को भी बढ़ावा मिल रहा है. वहीं मंगलवार को गुरुग्राम के स्टार्टअप टेकईगल ने ड्रोन के जरिए गुजरात में डाक सफलतापूर्वक पहुंचाई. भारतीय डाक विभाग के साथ पार्टनरशिप में शुरू किए गए पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसे पहुंचाया गया. कंपनी ने एक रिलीज में बताया कि, इस तरह के काम के लिए ड्रोन की यह पहली उड़ान थी. इसने 46 किलोमीटर की दूरी आधे घंटे से भी कम समय में तय करते हुए गुजरात के कच्छ इलाके में डाक भेजी.
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27 मई को भी पहुंचाई थी डाक
टेकईगल ने पिछले महीने देश की सबसे तेज गति की हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ एंड लैंडिंग (VTOL) सर्विस ‘वर्टिप्लेन एक्स3’ शुरू की थी. इसकी रेंज 100 किलोमीटर है और यह तीन किलोग्राम वजन तक का पार्सल ले जा सकता है. वहीं यह अधिकतम 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है. टेकईगल के फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) विक्रम सिंह मीणा ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 27 मई को कंपनी के ‘वर्टिप्लेन एक्स3’ ने भुज के हाबे गांव से डाक कच्छ जिले के नेर गांव में पहुंचाई थी. यह पोस्ट भारतीय डाक विभाग की थी. उन्होंने बताया कि यह एक ही उड़ान में सबसे लंबी ड्रोन डिलीवरी रही है.
कंपनी ने कहा है कि, इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता से भविष्य में ड्रोन से डाक से डिलीवरी करना संभव होगा. टेकईगल के को-फाउंडर और सीओओ अंशु अभिषेक ने कहा कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश भर में तेजी से डिस्ट्रिब्यूशन करना है.
03:46 PM IST