Shark Tank India-4: हाथों में हाथ डाले शो पर पहुंचा ये कपल, ना-ना करते रितेश का बदला मन, ले ली ₹40 लाख फंडिंग
Shark Tank India-4: शार्क टैंक इंडिया में कई फूड और स्नैक्स कंपनियां आई हैं. चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में भी एक ऐसा ही स्टार्टअप (Startup) आया, जो मुखवास को एक बड़ा ब्रांड बनाने की दिशा में काम कर रहा है.
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Shark Tank India-4: शार्क टैंक इंडिया में कई फूड और स्नैक्स कंपनियां आई हैं. चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में भी एक ऐसा ही स्टार्टअप (Startup) आया, जो मुखवास को एक बड़ा ब्रांड बनाने की दिशा में काम कर रहा है. इस स्टार्टअप का नाम है JoySpoon, जिसकी शुरुआत की है अहमदाबाद के रहने वाले कपल यश मेहता और वैशाली मेहता ने. फाउंडर्स कहते हैं कि वह लाए हैं- नो बकवास वाला मुखवास.
फाउंडर्स का दवा है कि अभी मुखवास का अधिकतर बिजनेस अनऑर्गेनाइज्ड और अनहाइजेनिक है. इसी समस्या का समाधान निकालने के लिए इस कपल ने अक्टूबर 2023 में इस स्टार्टअप की शुरुआत की. यह कपल आर्गेनिक इनग्रेडिएंट्स के साथ ड्राईफ्रूट, सीड्स, नीम और मिलेट्स का इस्तेमाल कर के मुखवास बनाता है. इस मुखवास में सुपारी, फ्लेवर्स, शुगर या कोई प्रिजर्वेटिव नहीं होता है.
12 साल किया डेट, अब हैं पति-पत्नी
दोनों ही राजस्थान के पाली के रहने वाले हैं और स्कूल के दिनों से दोस्त हैं. 12 सालों तक डेट किया और अब उनकी शादी भी हो गई है. दोनों की उम्र 28-29 साल के बीच है. वैशाली ने 12वीं तक पाली से ही पढ़ाई की और फिर अहमदाबाद से फैशन डिजाइनिंग में बीबीए किया. उन्होंने तरुण तेहिलियानी के साथ काम भी किया. उन्होंने अपने घर में देखा कि मम्मी-नानी घर पर ही मुखवास बनाती हैं. इसी बीच यश से उनकी शादी तय हुई. वैशाली कहती हैं कि लड़का भी गांव से ही मिल गया और बिजनेस भी.
पहले भी एक स्टार्टअप कर चुके हैं यश
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यश ने राजस्थान से पढ़ाई की और उसके बाद बॉम्बे चले गए. उन्होंने सीए की पढ़ाई की है और कई बड़ी कंपनियों में अपनी सर्विस दे चुके हैं. यश बिजनेस फैमिली से आते हैं तो उनका मन भी कोई बिजनेस करने का ही था. उन्होंने 2019 में एक हेल्थ स्टार्टअप भी शुरू किया. इसे उन्होंने अपने एक दोस्त राज के साथ शुरू किया था. अब यश उस स्टार्टअप से बाहर हैं, लेकिन उनका दोस्त राज अभी भी उसे चला रहा है.
लोग सर्च करते हैं हेल्दी मुखवास
फाउंडर्स का कहना है कि मुखवास का मार्केट करीब 5000 करोड़ रुपये का है, जिसमें 80 फीसदी अनऑर्गेनाइज है. फाउंडर्स का कहना है कि कोविड के बाद से लोग अपनी सेहत को लेकर काफी सजग हो गए हैं. ऐसे में वह इंटरनेट और ई-कॉमर्स पर सर्च कर के हेल्दी मुखवास ढू्ंढते हैं. मौजूदा वक्त में कपंनी अपनी वेबसाइट और तमाम ऑनलाइन मार्केट प्लेस के जरिए प्रोडक्ट बेच रही है. जल्द ही कंपनी क्विक कॉमर्स पर भी आने वाली है.
बना दिया 2.5 करोड़ की सेल वाला बिजनेस
इस स्टार्टअप का मुखवास दूसरी कंपनियों के मुकाबले 10-15 गुना तक महंगा है. पिछले साल यानी 2023-24 में कंपनी ने 38 लाख रुपये की सेल की थी. वहीं इस साल सितंबर तक कंपनी 2.5 करोड़ रुपये तक की सेल का अनुमान लगा रही है. करीब 35 फीसदी सेल खुद की वेबसाइट से होती है, वहीं 10 फीसदी मार्केट प्लेस से होती है. लगभग 25 फीसदी बी2बी सेल है और 10 फीसदी कंपनी के एक्सपीरियंस स्टोर से सेल होती है.
पहले भी दो बार उठा चुके हैं फंडिंग
अभी इस कंपनी में करीब 10 लोगों की टीम काम करती है. कंपनी की 80 फीसदी हिस्सेदारी कपल के पास है, वहीं 2 फीसदी उनके दोस्त राज के पास है. इसके अलावा 18 फीसदी हिस्सेदारी निवेशकों के पास है. कंपनी ने सितंबर 2023 में 1.25 करोड़ रुपये उठाए हैं और जून 2024 में 56 लाख रुपये उठाए हैं. फाउंडर्स अपनी टीम को करीब 3 लाख की सैलरी देते हैं और दोनों 50-50 हजार की सैलरी खुद भी लेते हैं.
फाउंडर्स ने बदला रितेश का मन, ले ली फंडिंग
अपने इस स्टार्टअप के लिए फाउंडर्स ने 40 लाख रुपये के बदले 1.5 फीसदी की इक्विटी देने का ऑफर रखा. इस डील से अमन, अनुपम, नमिता और पीयूष आउट हो गए, क्योंकि उन्हें मार्केट बहुत छोटा लगा और प्रोडक्ट भी बहुत महंगे लगे. रितेश भी इस डील से आउट ही होने वाले थे, लेकिन फाउंडर्स ने अपनी बातों से उनका मन बदल दिया. आखिरकार रितेश ने एक कंडीशन रखी कि आगे चलकर फाउंडर्स को ट्रैडिशनल मुखवास वाली कैटेगरी में भी जाना होगा. इसी के साथ उन्होंने 2 फीसदी के बदले 40 लाख रुपये देने का ऑफर दिया, जिसे फाउंडर्स ने स्वीकार कर लिया.
11:01 PM IST