जानिए कैसे Startup से जुड़ी खबरें उस पर डालती हैं असर, Investment से Growth तक में आता है उतार-चढ़ाव
अगर आप कोई स्टार्टअप (Startup) शुरू करना चाहते हैं या शुरू कर चुके हैं तो आपके लिए स्टार्टअप न्यूज (Startup News) जानना बहुत जरूरी है. यह आपको ना सिर्फ स्टार्टअप्स के बारे में अपडेट रखती हैं, बल्कि आपको न्यूज से कई मौकों के बारे में भी पता चलता है.
भारत के स्टार्टअप ईकोसिस्टम (Startup Ecosystem) से जुड़ी कोई ना कोई खबर हर रोज आती है. कुछ खबरें पॉजिटिव होती हैं तो कुछ निगेटिव. आप इन खबरों को टीवी-अखबार से लेकर इंटरनेट तक के आसानी से पढ़ सकते हैं. अगर आप कोई स्टार्टअप (Startup) शुरू करना चाहते हैं या शुरू कर चुके हैं तो आपके लिए स्टार्टअप न्यूज (Startup News) जानना बहुत जरूरी है. यह आपको ना सिर्फ स्टार्टअप्स के बारे में अपडेट रखती हैं, बल्कि आपको न्यूज से कई मौकों के बारे में भी पता चलता है. इनसे आपके स्टार्टअप की ग्रोथ (Startup Growth) और इन्वेस्टमेंट (Startup Investment) दोनों पर असर देखने को मिलता है. आइए जानते हैं स्टार्टअप न्यूज से आपके स्टार्टअप पर कैसे-कैसे असर पड़ता है.
खबरों से एक स्टार्टअप को साइंस से लेकर टेक और हेल्थ से लेकर फूड तक हर तरह की कैटेगरी के स्टार्टअप्स से जुड़ी खबरें मिलती रहती हैं. इससे वह स्टार्टअप ट्रेंड्स और इनोवेशन के बारे में अपडेट रहता है.
खबरों से स्टार्टअप को ये पता चलता रहता है कि उसके कॉम्पटीटर्स क्या कर रहे हैं? कोई नया कॉम्पटीशन तो मार्केट में नहीं आ गया? अगर ऐसा कुछ होता है तो उससे निपटने की प्लानिंग करना भी आसान हो जाता है.
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स्टार्टअप कल्चर को प्रमोट करने के लिए सरकार समय-समय पर कुछ ना कुछ पॉलिसी लाती रहती है. खबरों से तमाम स्टार्टअप हर सरकारी पॉलिसी से अपडेट रहते हैं, जिससे उन्हें अपने काम की स्कीम का फायदा उठाने का समय से मौका मिल जाता है.
खबरों की वजह से स्टार्टअप फाउंडर्स को कई इवेंट्स के बारे में पता चलता है, जहां जाकर वह कई दूसरे फाउंडर्स से मिलते हैं. इससे उनकी नेटवर्किंग मजबूत होती है और अक्सर इन इवेंट से उन्हें किसी दूसरे ब्रांड के साथ कोलेबोरेट होने का मौका मिल जाता है. कई बार स्टार्टअप्स को ग्राहक भी मिल जाते हैं.
खबरों का स्टार्टअप के ग्राहकों पर भी बहुत असर होता है. अगर कोई खबर स्टार्टअप के पक्ष में होती है, तो उसके ग्राहकों के बीच उसकी विश्वसनीयता बढ़ती है. वहीं दूसरी ओर अगर खबर नेगेटिव होती है तो इसका खामियाजा स्टार्टअप्स को भुगतना पड़ता है.
एक स्टार्टअप को खबरों से ये पता चलता है कि उसे किसी नए मार्केट में एंट्री करनी चाहिए या नहीं और करनी चाहिए तो कब. यानी खबरें भी आपकी मार्केट एनालिसिस का एक सोर्स होती हैं. इससे मार्केट की कंडिशन समझ आती है.
खबरों से आप अपने स्टार्टअप की SWOT (Strengths, Weaknesses, Opportunities, Threats) एनालिसिस भी कर सकते हैं. इससे आपको अपनी कंपनी का इवैल्युएशन करने में मदद मिलेगी.
फंडिंग और इन्वेस्टमेंट के मामले में भी स्टार्टअप्स को खबरों से फायदा मिलता है. तमाम निवेशक उन स्टार्टअप में पैसे लगाते हैं, जिनमें तेजी से आगे बढ़ने की क्षमता होती है. खबरों से ये पता चलता रहता है कि क्या नए मौके खुल रहे हैं, क्या पॉलिसी आ रही हैं और ऐसे में कौन-कौन से स्टार्टअप तेजी से आगे बढ़ सकते हैं.
अगर कोई स्टार्टअप बहुत ही यूनीक चीज लाता है तो उसे तमाम मीडिया कवर करता है, जिसके बाद उसकी खबरें वायरल होती हैं. इससे भी स्टार्टअप्स को बहुत फायदा होता है. शार्क टैंक इंडिया में आने वाले सभी स्टार्टअप को उनका एपिसोड ऑन एयर होने के बाद अचानक से खूब ऑर्डर आए और उनका बिजनेस कई गुना बढ़ गया.
04:05 PM IST