Funding Winter: Dunzo ने 150 से भी ज्यादा कर्चमारियों को निकाला, अब बचे हैं सिर्फ 50 लोग!
पैसों की कमी से जूझ रहे हाइपरलोकल डिलीवरी प्लेटफॉर्म डंजो ने हाल ही में करीब 150 लोगों को नौकरी से निकाला है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अब कंपनी में सप्लाई और मार्केटप्लेस वर्टिकल में सिर्फ 50 लोग ही बचे हैं.
पैसों की कमी से जूझ रहे हाइपरलोकल डिलीवरी प्लेटफॉर्म डंजो ने हाल ही में करीब 150 लोगों को नौकरी से निकाला है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अब कंपनी में सप्लाई और मार्केटप्लेस वर्टिकल में सिर्फ 50 लोग ही बचे हैं. काफी लंबे वक्त से यह स्टार्टअप नकदी संकट से जूझ रहा है और फंडिंग के लिए हाथ-पैर मार रहा है. हालांकि, तमाम कोशिशों के बाद कंपनी पैसे नहीं उठा पा रही है.
इस छंटनी के बारे में कंपनी ने कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह कदम लागत घटाने और अपना रवने बढ़ाने के लिए उठाया गया है. साथ ही कंपनी पैसे जुटाने की कोशिशें कर रही है और साथ ही मुनाफे में आने की भी जद्दोजेहद में लगी है.
वित्त वर्ष 2023 में कंपनी को 1801 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ है. इससे पिछले वित्त वर्ष यानी 2022 में कंपनी को 464 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. कंपनी पर वित्तीय बोझ बढ़ने की वजह से कर्मचारियों की सैलरी में देरी होने लगी. साथ ही वेंडर्स का बकाया चुकाने में भी कंपनी को दिक्कत होने लगी.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
यह स्टार्टअप नई में करीब 25 मिलियन डॉलर जुटाने की तैयारी कर रही थी, लेकिन वह डील भी फाइनल नहीं हो पाई. कंपनी ने अभी तक कुल मिलाकर 470 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया है. इस कंपनी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रिलायंस रिटेल की है, जिसके पास 25.8 फीसदी का स्टेक है.
Dunzo की शुरुआत 2015 में कबीर खोकन बिस्वास, अंकुर अग्रवाल, दलवीर सूरी और मुकुंद झा ने की थी. कंपनी ने शुरुआत में हाइपरलोकल डिलीवरी सर्विस में अच्छी पहचान बनाई. हालांकि, जैसे ही कंपनी Dunzo Daily के जरिए क्विक कॉमर्स में घुसी तो इसका कैश बर्न तेजी से बढ़ने लगा. इससे कंपनी को अपने ऑपरेशन्स में कटौती करनी पड़ी.
01:31 PM IST