'शक्तिमान' ने जुटाए करीब 16 करोड़ रुपये, जानिए फंडिंग से मिले इन पैसों का कहां किया जाएगा इस्तेमाल
एआई (AI) का इस्तेमाल करने वाले एडटेक स्टार्टअप (Edtech Startup) शक्तिमान (Shaktimaan.ai) ने 2 मिलियन डॉलर यानी करीब 16.6 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई है. स्टार्टअप के अनुसार इस फंडिंग राउंड से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल एक एलएलएम यानी लैंग्वज मॉडल बनाने में किया जाएगा.
एआई (AI) का इस्तेमाल करने वाले एडटेक स्टार्टअप (Edtech Startup) शक्तिमान (Shaktimaan.ai) ने 2 मिलियन डॉलर यानी करीब 16.6 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई है. इस फंडिंग राउंड (Startup Funding Round) का नेतृत्व YCombinator, Fundersclub, Goodwater Capital के साथ-साथ Jar के को-फाउंडर्स Misbah और Nishchay ने किया है. इनके अलावा कुछ एंजेल निवेशक (Angel Investor) भी इसमें शामिल रहे.
स्टार्टअप के अनुसार इस फंडिंग राउंड से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल एक एलएलएम यानी लैंग्वज मॉडल बनाने में किया जाएगा. इसका इस्तेमाल एजुकेशन से जुड़े अलग-अलग कामों के लिए किया जाएगा, जिससे प्लेटफॉर्म की क्षमता बढ़ेगी और साथ ही इसकी स्वीकार्यता भी बढ़ेगी.
शक्तिमान की शुरुआत विमल सिंह राठौर ने असीम गुप्ता के साथ मिलकर की है. विमल सिंह राठौर एक एजुकेटर और सीरियल आंत्रप्रेन्योर हैं, जबकि अमीम गुप्ता इस स्टार्टअप में टेक्नोलॉजी से जुड़े इनोवेसन लाने का काम करते हैं. वह इस प्लेटफॉर्म से एक टेक को-फाउंडर की तरह जुड़े हैं. शक्तिमान लर्निंग एक्सपीरिएंस को ट्रांसफॉर्म करने की दिशा में काम कर रहा है.
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स्टार्टअप शक्तिमान के सीईओ विमल सिंह राठौर कहते हैं- 'जब मैंने पिछले साल जनरेटिव एआई (GenAI) के बारे में जाना, तभी मुझे लगा कि यह तो एजुकेशन सेक्टर में एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है. खासकर भारत जैसे देश में, जहां क्वालिटी एजुकेशन अधिकतर लोगों की पहुंच से बाहर है, वहां तो इसका बहुत फायदा होगा. भारत में अच्छी शिक्षा तक पहुंच और सस्ती शिक्षा पाने का प्लेटफॉर्म बना है शक्तिमान.'
शक्तिमान अभी रीयल-टाइम के आधार पर सवालों के जवाब देता है और पर्सनलाइज्ड फीडबैक मुहैया करता है. इसके लिए शक्तिमान तमाम स्टूडेंट्स की तरफ से उनके हाथों से लिखे हुए जवाबों को चेक करता है और फिर रिजल्ट दिखाता है. दावा किया जा रहा है कि इस अप्रोच के जरिए UPSC की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को काफी मदद मिल सकती है. शक्तिमान का मकसद एजुकेशन की दिशा में एक क्रांति लाना है. साथ ही आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस की मदद से इसे सस्ता और हर किसी तक पहुंचने वाला बनाना है.
06:16 PM IST