मकान मालिक दिमाग में बैठा लें ये 'जादुई' फॉर्मूला- किराए से सालों-साल होती रहेगी बंपर कमाई! एक्सपर्ट भी मानते हैं लोहा
Rental Income, Rent Yield Formula: अपने मकान, दुकान या ऑफिस को किराए पर देने पर सबसे पहले मन में ये सवाल आता है कि किराया कितना होना चाहिए. इसके जवाब के लिए आपको एक खास फॉर्मूले के बारे में पता होना चाहिए.
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04:04 PM IST
Rental Income, Rent Yield Formula: किराए कई लोगों की कमाई का बड़ा जरिया होता है. वहीं, कई लोग एक्स्ट्रा इनकम या फिर अपने घर की लागत निकालने के लिए अपने घर को किराए पर लगा देते हैं. हालांकि, घर का किराया कितना होना चाहिए और क्या आपका घर आपको अच्छा किराया दे रहा है, इसकी तस्वीर कई लोगों को साफ नहीं होती. वहीं, कई बार ब्रोकर भी आपको ऐसा किराया बताते हैं जो वास्तविक किराए से बेहद कम होता है. ऐसे में आपके मकान या प्रॉपर्टी से कितना किराया होना चाहिए रेंट यील्ड के एक खास फॉर्मूले से इसका पता लगा सकते हैं.
क्या होता है रेंट यील्ड का फॉर्मूला
रेंट यील्ड ये बताता है कि आपकी किराए पर दी गई प्रॉपर्टी- मकान, दुकान या ऑफिस से, उसकी कीमत के मुकाबले हर साल कितनी फीसदी आपकी कमाई हो रही है. हालांकि, ये सिर्फ किराए से होने वाली कीमत पर ही तय होता है. प्रॉपर्टी की कीमत में होने वाली बढ़त पर नहीं होता है. रेंट यील्ड कैलकुलेट करने के दो मुख्य तरीके हैं: ग्रॉस रेंट यील्ड और नेट रेंट यील्ड. ग्रॉस रेंट यील्ड में प्रॉपर्टी से जुड़े खर्चों को ध्यान में नहीं रखा जाता. वहीं, नेट रेंट यील्ड में प्रॉपर्टी को बनाए रखने में होने वाले सालाना खर्चों जैसे मैनेंटेनेंस,सोसाइटी चार्ज को भी घटाया जाता है. ग्रॉस के मुकाबले नेट रेंट यील्ड ज्यादा सटीक नतीजा बताता है.
ग्रॉस रेंट यील्ड का फॉर्मूला
ग्रॉस रेंट यील्ड निकालने के लिए सबसे पहले पूरे साल का किराया निकालें (महीने का किराया x 12). इस सालाना किराये को प्रॉपर्टी की खरीद कीमत या मौजूदा मार्केट वैल्यू से डिवाइड कर दें. जो रिजल्ट आए उसे 100 से मल्टीप्लाई करें. मान लीजिए आपके घर की मौजूदा कीमत 50,00,000 रुपए है. आपको हर महीने 15000 रुपए किराया मिलता है. ऐसे में कैलकुलेशन इस तरह बनेगी:
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सालाना किराया: ₹15,000 x 12 = ₹1,80,000
ग्रॉस रेंट यील्ड: (50,00,000/1,80,000)×100= 0.036×100=3.6%
नेट रेंट यील्ड का फॉर्मूला
मान लीजिए आपके पास 1,80,000 रुपए सालाना किराया आता है. वहीं, मेंटेनेंस आदि में खर्च 30,000 रुपए है. ऐसे में आपका नेट रेंट हुआ- ₹1,80,000 - ₹30,000 = ₹1,50,000. अब इसमें नेट रेंट यील्ड का फॉर्मूला होगा-
(50,00,0001/50,000)×100=0.03×100=3.0%
कितना होना चाहिए रेंट यील्ड
भारत के ज्यादातर शहरों में रेंट यील्ड दो फीसदी से चार फीसदी के बीच होता है. हालांकि, मेट्रोज में थोड़ा ज्यादा होता है. वहीं, रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी के मुकाबले कॉमर्शियल प्रॉपर्टी में रेंट यील्ड ज्यादा होता है. रेंट यील्ड से आप प्रॉपर्टी, FD, स्टॉक्स के बीच रिटर्न की तुलना करने में भी मदद करता है. यही नहीं, यदि आप प्रॉपर्टी में निवेश कर रहे हैं तो ये जानने में भी मदद करता है कि क्या वह प्रॉपर्टी खरीदने के लायक है या नहीं.
04:04 PM IST