भारतीय रेलवे पूरे देश में रोज लगभग 12600 रेलगाड़ियों का परिचालन करता है. इसमें रोज लगभग 2.3 करोड़ लोग यात्रा करते हैं. ऐसे में रेलवे की ओर से यात्रा के दौरान यदि कोई यात्री बीमार हो जाता है तो उसके लिए मेडिकल इमरजेंसी की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है. इस सुविधा को आधुनिक बनाने के लिए रेलवे की ओर से लगातार प्रयास किया जा रहा है. आइये जानते हैं कि मेडिकल इमरजेंसी में कैसे मिल सकती है मदद.
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ट्रेनों में भी मिलेगी चिकित्सीय सुविधा
रेलवे की ओर से की गई नई व्यवस्था के तहत सिर्फ स्टेशनों पर ही नहीं अब ट्रेनों में भी लाइफ सेसिंग डिवाइस दवाएं व इंजेक्शन उपलब्ध होंगे. इसके लिए भारतीय रेलवे की ओर से बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है. अब अचानक से किसी यात्री के बीमार होने पर रेल यात्री को तुरंत चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी.
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ट्रेनों के अंदर प्रमुख रूप से मिलेंगी ये सुविधाएं
ट्रेनों के अंदर प्रमुख रूप से प्रसव किट, ऑक्सीजन सिलेंडर, लैरिंगोस्कोप्स, कैथिटर, सिरिंज, दवाएं व गोलियां, स्पिलिंट्स, सभी प्रकार के की पट्टियां, मरहम और ऑक्सीजन डीफिब्रिलैटर जैसी चीजें उपलब्ध कराई जाएंगी.
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ट्रेनों में मौजूद होंगे चिकित्सक
रेलवे इस योजना पर काम कर रहा है कि यदि कोई यात्री बीमार होता है तो ट्रेन में ही चिकित्सक मौजूद हो और तुरंत बीमार यात्री को इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके. स्टेशनों पर यात्रियों को इलाज की सुविधा 24 घंटे मिल सकेगी.
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मेडिकल इमरजेंसी के लिए तुरंत यहां से मांगे मदद
ट्रेनों में मेडकल इमरजेंसी के दौरान सबसे पहले आप अपनी गाड़ी में मौजूद टीटी को जानकारी उपलब्ध कराएं. साथ ही आप रेलवे को ट्वीटर के जरिए भी सूचित कर सकते हैं. वहीं यात्री 138 पर फोन कर भी रेल अधिकारियों को मेडिकल इमरजेंसी की सूचना दे सकते हैं.
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