चलती ट्रेन में भी लगेगी सिंगल यूज प्लास्टिक पर लगाम, रेलवे ने किया ये अनोखा प्रयोग
भारतीय रेलवे (Indian Railways) रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगाने के लिए कई तरह के प्रयास कर रहा है. चलती ट्रेन में प्लास्टिक की पानी की बोतलों पर लगाम लगाने के लिए रेलवे ने अनोखा प्रयोग किया है. पश्चिम रेलवे में ट्रेन की LHB पैंट्रीकार में PET बॉटल क्रशिंग मशीन लगाई है. ये मशीन प्लास्टिक की बोतलों को छोटे - छोटे टुकड़ों में काट देती है. इन प्लास्टिक के टुकड़ों का दुबारा प्रयोग किया जा सकता है.
रेलवे ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए किया ये नया प्रयोग (फाइल फोटो)
रेलवे ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिए किया ये नया प्रयोग (फाइल फोटो)
भारतीय रेलवे (Indian Railways) रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगाने के लिए कई तरह के प्रयास कर रहा है. चलती ट्रेन में प्लास्टिक की पानी की बोतलों पर लगाम लगाने के लिए रेलवे ने अनोखा प्रयोग किया है. पश्चिम रेलवे में ट्रेन की LHB पैंट्रीकार में PET बॉटल क्रशिंग मशीन लगाई है. ये मशीन प्लास्टिक की बोतलों को छोटे - छोटे टुकड़ों में काट देती है. इन प्लास्टिक के टुकड़ों का दुबारा प्रयोग किया जा सकता है.
हर साइज की बोतल हो सकेगी रीसाइकिल
रेलवे की ओर से LHB पैंट्रीकार में लगाई गई PET बॉटल क्रशिंग मशीन की क्षमता 3000 बोतल प्रति दिन की है. ट्रेनों में यात्रियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली बोतलों के साइज को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने इस मशीन को इस हिसाब से डिजाइन किया है कि इसमें 200 मिलीलीटर से 2.5 लीटर तक की बोतल को क्रश किया जा सके.
कार्बन फुटप्रिंट घटाने में मदद मिलेगी
रेलवे के मुताबिक बॉटल क्रशिंग मशीन बोतलों को प्लास्टिक के टुकड़ों में बदल देगी. इन टुकड़ों को 100 फीसदी फिर से इस्तेमाल करने लायक प्लास्टिक में बदल दिया जाएगा. इस प्रयोग से कार्बन फुटप्रिंट को भी घटाने में मदद मिलेगी. वहीं यात्री खाली बोतल को यहां - वहां फेंक देते हैं, इसपर भी लगाम लगेगी.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
First time in the country, Indian Railways has installed a PET bottle crushing machine in the LHB pantry car (03840 WR). Capacity 3000 bottles/day enable recycling of 90% PET waste bottles from 200 ml-2.5 litre size. Carbon footprint reduced by 100% recycling & avoids littering pic.twitter.com/FejzuPbGsX
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) September 19, 2019
रेलवे स्टेशनों पर नहीं मिलेगी पॉलीथीन
रेल मंत्रालय ने देश के सभी रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. यह रोक 2 अक्टूबर से लागू होगी. रेल मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, देशभर के सभी रेलवे स्टेशन और दफ्तरों में एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक नही दिखेगी. वेंडर भी पॉलीथिन या कप का इस्तेमाल नही कर सकेंगे. 50 माइक्रोन से कम वाले प्लास्टिक पर पाबंदी लगाई जा रही है. इसके साथ ही रेलवे मंत्रालय पानी की बोतलों के लिए हर स्टेशन पर क्रशिंग मशीन लगाएगा.
03:17 PM IST