बिना डीजल या बिजली के दौड़ेंगी ट्रेन, रेलवे को मिला बैटरी से चलने वाला ग्रीन इंजन PASUMAI 2.0
बैटरी मोड में यह इंजन ट्रेन के साथ 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकता है.
PASUMAI 2.0 इंजन बैटरी पर तकरीबन 4 घंटे चलता है. इसमें 3-स्टेप स्पीड कंट्रोल दिया गया है. (Image- Indian Railways)
PASUMAI 2.0 इंजन बैटरी पर तकरीबन 4 घंटे चलता है. इसमें 3-स्टेप स्पीड कंट्रोल दिया गया है. (Image- Indian Railways)
Battery Engine PASUMAI 2.0: इंडियन रेलवे (Indian Railways) की उपलब्धि में एक और अध्याय जुड़ गया है. रेलवे ने बैटरी से चलने वाला इंजन PASUMAI 2.0 पटरियों पर उतारा है. ड्युल मोड का यह इंजन बैटरी और बिजली, दोनों से चल सकता है. इंजन कम्पार्टमेंट में दो बड़ी बैटरियां लगाई गई हैं जो इसे निरंतर पॉवर की सप्लाई करती रहेंगी. प्रदूषण को कम करने और ग्रीन रेलवे की दिशा में यह बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है.
यह इंजन दक्षिण रेलवे (Southern Railway) के अराकोणम लोको शेड (Arakkonam Loco Shed) में तैयार किया गया है.
बैटरी से चलता है 4 घंटे (Battery Engine PASUMAI 2.0)
कुछ समय पहले दक्षिण रेलवे (Southern Railway) ने एक रेल इंजन को बैटरी से चलने वाले इंजन (Battery Engine) में बदलने पर काम शुरू किया था. इस काम के लिए अराकोणम लोको शेड से एक इंजन को चुन कर उसे 23061/WAG5HA इलेक्ट्रिक इंजन PASUMAI 2.0 में बदला गया. बताया जा रहा है कि इस पूरे प्रोजेक्ट में बहुत कम खर्चा आया है. और इस इंजन ने अपने तमाम ट्रायल सफलतापूर्वक पूरे भी कर लिए हैं.
Indian Railways commissioned PASUMAI 2.0, a Battery-cum-AC operated dual mode locomotive at Arakkonam Loco Shed in Southern Railway.
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) January 30, 2021
Another significant step towards Green Railways as it will reduce pollution and conserve environment. pic.twitter.com/HZLrOi7evJ
PASUMAI 2.0 इंजन बैटरी पर तकरीबन 4 घंटे चलता है. इसमें 3-स्टेप स्पीड कंट्रोल दिया गया है. इंजन की बैटरी को चार्ज करने के लिए दो फास्ट चार्जर भी लगाए गए हैं. बैटरी मोड में यह इंजन ट्रेन के साथ 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकता है.
दक्षिण रेलवे का कहना है कि यह इंजन उन हालातों में कारगर है जब किसी वजह रेलवे की बिजली सप्लाई ठप करनी पड़ी हो.
खींच सकता है 24 डब्बे (battery engine power)
PASUMAI 2.0 इंजन सामान्य इंजन की तरह 24 डब्बों को खींच सकता है. 24 डब्बों वाली गाड़ी का वजन तकरीबन 1080 मीट्रिक टन होता है.
दक्षिण रेलवे का कहना PASUMAI 2.0 इंजन देश की रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को ईको-फ्रेंडली बनाने एक अहम रोल अदा करेगा. बैटरी इंजन बिजली की खपत को कम करके रेलवे के खर्च को बचाने और पर्यावरण में कार्बन फुटप्रिंट कम करने में मदद करेगा.
जबलपुर मंडल ने भी बनाया बैटरी इंजन (dual mode engine)
इससे पहले जबलपुर रेलवे मंडल ने भी बैटरी से चलने वाले इंजन को बनाया है. पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर मंडल में बैटरी से चलने वाले ड्यूल मोड शंटिंग लोको 'नवदूत' को बनाया गया है.
इस बारे में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट में लिखा था- 'बैटरी से ऑपरेट होने वाला यह लोको एक उज्ज्वल भविष्य का संकेत है, जो डीजल के साथ विदेशी मुद्रा की बचत और पर्यावरण संरक्षण में एक बड़ा कदम होगा.'
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04:44 PM IST