मजा लें एसेंस ऑफ हिमालय का, IRCTC के साथ घूमें शिमला-मनाली, सिर्फ इतने का है ये एयर टूर पैकेज
IRCTC का ये पैकेज 6 रातें और 7 दिनों का होगा जिसमें हिमालय की सुंदर छटाओं को आप करीब से निहार पाएंगे.
अगर आप पहाड़ों में खास तौर से हिमालय की वादियों में घूमने के शौकीन हैं तो आपके लिए शिमला और मनाली से बेहतर डेस्टिनेशन नहीं मिल सकता. जहां आप अपने वेकेशन्स को भरपूर एन्जॉय कर सकते हैं. IRCTC ऐसे ही पर्यटन प्रेमियों के लिए लाया एक खास टूर पैकेज जिसे उन्होंने नाम दिया है एसेंस ऑफ हिमालया (Essence of Himalaya). इस टूर पैकेज में टूरिस्ट को शिमला और मनाली की शानदार सैर कराई जाएगी.
हवाई यात्रा शिड्यूल
IRCTC की बेवसाइट और ट्विटर हैंडल में इस संबंध में जानकारी शेयर की गई है. फ्लाइट से किया जानेवाला ये टूर पैकेज गुवाहाटी से शुरू होकर दिल्ली के बीच चलेगा. 6 रातें और 7 दिनों वाला ये टूर पैकेज 9 अक्टूबर से शउरू होगा. इस टूर पैकेज में 10 लोगों को शामिल किया जाएगा. टूर के दौरान पर्यटकों को ब्रेक फास्ट और डिनर उपलब्ध कराया जाएगा. गुवाहाटी से फ्लाइट सुबह 11.10 बजे से डिपार्ट करेगी और दिल्ली दोपहर 1.45 बजे पहुंचेगी. इसके बाद वापसी यात्रा दिल्ली से दोपहर 3.15 उड़ान भरेगी और शाम 5.45 बजे गुवाहाटी लैंड करेगा.
किराया प्रति व्यक्ति
इस टूर पैकेज के लिए प्रति व्यक्ति खर्च रु. 38,590 रखा गया है. जबकि दो लोगों के लिए प्रति व्यक्ति किराया 29,530 रुपए पड़ेगा, इसी तरह तीन लोगों के ग्रुप बुकिंग पर प्रति व्यक्ति किराया 28,840 रुपए पड़ेगा. बच्चों के साथ (5-11 साल) प्रति व्यक्ति 26,220 और 2 से 4 साल के बच्चे बिना बेड के 23,710 रुपए चार्ज किए जाएंगे.
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शिमला और मनाली के बारे में
शिमला हिमाचल प्रदेश की राजधानी है. यह हिमालय की दक्षिण-पश्चिमी श्रेणियों में औसत समुद्र तल से 2,206 मीटर (7,238 फीट) की औसत ऊंचाई पर स्थित है. अंग्रेजों के हाथों से बसाया लगया ये शहर पूर्व से पश्चिम तक लगभग 9.2 किलोमीटर (5.7 मील) तक फैला हुआ है.
भारत के सबसे फेवरेट टूरिस्ट हिल स्टेशन में शुमार मनाली हिमाचल प्रदेश के पहाड़ों में कुल्लू घाटी के उत्तरी छोर के पास, ब्यास नदी घाटी किनारे बसा हुआ है. ये 2,050 मीटर (6,726 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है. यह राज्य की राजधानी शिमला से लगभग 270 किमी (168 मील) उत्तर में है. 8,096 की आबादी वाला छोटा शहर, लद्दाख के लिए एक प्राचीन व्यापार मार्ग की शुरुआत है और वहां से काराकोरम दर्रे से तारिम बेसिन में यारकंद और खोतान तक जाया जाता है. यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और लाहौल और स्पीति जिले के साथ-साथ लेह के प्रवेश द्वार के रूप में भी ये काम करता है.
09:15 PM IST