रेलवे ने इस तकनीक से चलाईं ट्रेनें, बिजली के बिल में आई 80 फीसदी कमी
भारतीय रेलवे (Indian Railways) के दिल्ली मंडल ने 32 जोड़ी प्रीमियम और एक्सप्रेस ट्रेनों को "हेड ऑन जेनरेशन" (HOG) तकनीक के जरिए चलाना शुरू किया है. फिलहाल दिल्ली मंडल में HOG तकनीक के जरिए 11 जोड़ी शताब्दी ट्रेनें और 08 जोड़ी राजधानी ट्रेनें चलाई जा रही हैं.
रेलवे के दिल्ली मंडल ने 32 जोड़ी प्रीमियम और एक्सप्रेस ट्रेनों में HOG तकनीक का इस्तेमाल किया (फाइल फोटो)
रेलवे के दिल्ली मंडल ने 32 जोड़ी प्रीमियम और एक्सप्रेस ट्रेनों में HOG तकनीक का इस्तेमाल किया (फाइल फोटो)
भारतीय रेलवे (Indian Railways) के दिल्ली मंडल ने 32 जोड़ी प्रीमियम और एक्सप्रेस ट्रेनों को "हेड ऑन जेनरेशन" (HOG) तकनीक के जरिए चलाना शुरू किया है. फिलहाल दिल्ली मंडल में HOG तकनीक के जरिए 11 जोड़ी शताब्दी ट्रेनें और 08 जोड़ी राजधानी ट्रेनें चलाई जा रही हैं. इसके अलावा दुरंतो की 02 जोड़ी, हमसफर की 01 जोड़ी और 10 एक्सप्रेस ट्रेनों को इस तकनीक के जरिए चलाया जा रहा है.
क्या है HOG तकनीक
फिलहाल जिन ट्रेनों में AC डिब्बे होते हैं उनमें इंजन में बिजली की आपूर्ती ओवर हेड वायर से होती है. इसके अलावा हर डिब्बे की बिजली की जरूरत को पूरा करने के लिए ट्रेन में आगे और पीछे की ओर एक जनरेट कार लगाई जाती है. इसमें बड़ा सा जनरेटर होता है जो डीजल से चलता है. रेलवे की हेड ऑन जनरेशन तकनीक (HOG) के तहत ट्रेन के सभी डिब्बों को बिजली ओवरहेड वायर से मिलती है. वहीं इन जनरेटरों की जगह यात्री डिब्बे लगाए जा सकते हैं जिससे अधिक संख्या में यात्रियों को कन्फर्म सीट मिल जाती है.
32 ट्रेनों में प्रयोग हो रही तकनीक
रेलवे के दिल्ली मंडल की ओर से 32 ट्रेनों (44 रेक) में HOG तकनीक का इस्तेमाल किए जाने से एक तरफ जहां पहले की तुलना में 80 फीसदी कम बिजली की खपत हो रही है वहीं डीजल न जलने से पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंच रहा. HOG तकनीक के प्रयोग से डिब्बो में AC चलाने के साथ ही कोच की लाइटिंग, पंखे व अन्य बिजली की जरूरतों को पूरा किया जाता है.
65 करोड़ रुपये का डीजल बचेगा
रेलवे के दिल्ली मंडल के रेल प्रबंधक एस.सी. जैन ने कहा कि HOG तकनीक का इस्तेमाल करने पर डीजल की खपत नहीं होती है. इससे वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण में कमी आएगी. उन्होंने बतायाक कि HOG तकनीक की शुरुआत के साथ जनरेटर कारों की डीजल खपत पर हर वर्ष होने वाले लगभग 65 करोड़ रुपये के खर्च की भी बचत होगी.
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विवेक तिवारी
Updated: Sat, Nov 16, 2019
04:41 PM IST
04:41 PM IST
नई दिल्ली
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