देरी से पहुंचने पर माफी मांगेगी ये ट्रेन, जापान से लिया गया ये फीचर
रेलवे की बुलेट ट्रेन देश में रेल यात्रा को और खूबसूरत बनाने की तैयारी कर रही है. दरअसल बुलेट ट्रेन यात्रियों को ना सिर्फ तेज गति से उनके गंतव्य तक पहुंचायेगी, बल्कि कुछ मिनट के विलंब हो जाने पर भी हुई असुविधा के लिये माफी भी मांगेगी.
बुलेट ट्रेन में होगा यात्रा का अलग ही अनुभव (फाइल फोटो)
बुलेट ट्रेन में होगा यात्रा का अलग ही अनुभव (फाइल फोटो)
रेलवे की बुलेट ट्रेन देश में रेल यात्रा को और खूबसूरत बनाने की तैयारी कर रही है. दरअसल बुलेट ट्रेन यात्रियों को ना सिर्फ तेज गति से उनके गंतव्य तक पहुंचायेगी, बल्कि कुछ मिनट के विलंब हो जाने पर भी हुई असुविधा के लिये माफी भी मांगेगी. ट्रेन में यात्रियों को ये भी बताया जाएगा कि किस वजह से रेलगाड़ी देरी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकी. बुलेट ट्रेन में ये सुविधा यात्रियों और रेलवे के बीच विश्वास बनायेगी, तथा बेहतर सुविधायें देने के प्रति जवाबदेह रहेगी.
देर होने पर सॉरी बोलेगी बुलट ट्रेन
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन ने ये फीचर जापान की सिनकैनसेन बुलट ट्रेन कस्टमर केयर के सर्विस मैन्यूवल से लिया है. दरअसल जापान की सिनकैनसेन बुलट ट्रेन कभी भी लेट न होने के लिए जानी जाती है.
बुलट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए चल रहा है भूमि अधिग्रहण
भारत में पहली बुलट ट्रेन मुम्बई के बांद्रा कुर्ला काम्पलेक्स से अहमदाबाद के साबरमती तक बुलेट ट्रेन को चलाया जाएगा. इसके लिए तैयारी की जा रही है. बुलट ट्रेन नेटवर्क को तैयार करने के लिए भूमि अधिग्रहण का काम जारी है. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार जुलाई तक भूमि अधिग्रहण का काम पूरा किया जा सकता है. पहले 31 दिसम्बर तक भूमि अधिग्रहण का काम पूरा किया जाना था जो अब तक पूरा नहीं हो सका है.
बुलेट ट्रेन यात्रियों को ना सिर्फ तेज गति से गंतव्य तक पहुंचायेगी, बल्कि कुछ मिनट के विलंब हो जाने पर भी हुई असुविधा के लिये मांगेगी माफी। यह सुविधा यात्रियों और रेलवे के बीच विश्वास बनायेगी, तथा बेहतर सुविधायें देने के प्रति जवाबदेह रहेगी। https://t.co/LOQFtfFIfs pic.twitter.com/UfxNTG7Zc5
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) February 6, 2019
कर्मचारियों को दी जाएगी ट्रेनिंग
बुलेट ट्रेन के परिचालन के पहले कर्मचारियों की ट्रेनिंग के लिए वड़ोदरा में बुलेट ट्रेन के लिए एक ट्रेनिंग सेंटर बनाया गया है. यहां पर लगभग 200 मीटर का बुलेट ट्रेन का एक ट्रैक तैयार किया जा रहा है. इस टैक को तैयार करने के लिए जापान में बने हुए 20 स्लैब मंगाए गए हैं. इन स्लैबों को कैसे जोड़ना है किस तरह की फिटिंग का का इसमें प्रयोग किया जाना व बुलेट ट्रेन के लिए ट्रैक तैयार करते समय किन बातों का ध्यान रखना है इन सभी बातों की ट्रेनिंग यहां पर दी जाएगी.
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फरवरी तक तैयार हो जाएगा ट्रैक
ट्रेनिंग के लिए बुलेट ट्रेन का ट्रैक बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है. इस ट्रैक में 50 मीटर का एक घुमाव भी दिया गया है. इससे ट्रेनिंग करने वाले कर्मियों को यह समझने में मदद मिलेगी कि घूमाव पर बुलेट ट्रेन की पटरियां बिछाने में किस बात का ध्यान रखना है. पटरियां बिछाने के लिए मंगाए गए 20 स्लैब कंकरीट के बने हुए हैं. इनमें स्टील की रॉड पड़ी हैं. बुलेट ट्रेन के गुजरने पर इन पटरियों पर पड़ने वाला दबाव धीरे - धीरे रिलीज होगा. जिससे पटरियां व स्लैब लम्बे समय तक चलेंगे.
भारत में बनेंगे 2 लाख स्लैब
बुलेट ट्रेन की पटरियां बिछाने के लिए लगभग 02 लाख स्लैब की जरूरत होगी. ये स्लैब भारत में ही तैयार किए जाएंगे. इसके लिए देश के विभिन्न हिस्सों में चार फैक्ट्रियां लगाए जाने की योजना पर काम किया जा रहा है. इन फैक्ट्रियों में स्लैब बनाने की तकनीक और डिजाइन जापान से ही ली जाएगी. दरअसल भारत बुलेट ट्रेन को भारत में विकसित करने में सभी तरह की तकनीकी मदद उपलब्ध करा रहा है.
04:36 PM IST