Mutual Fund: बंपर रिटर्न के लिए कैसे चुनें दमदार स्कीम? जान लें आसान टिप्स
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Fri, May 20, 2022 04:28 PM IST
Mutual Funds (म्यूचुअल फंड) आज के समय में तेजी से पॉपुलर हो रहा निवेश का विकल्प है. यह एक ऐसा इंस्ट्रूमेंट है, जिसमें निवेशक को उसकी सुविधा के मुताबिक निवेश का ऑप्शन मिलता है. वह या तो एकमुश्त निवेश कर सकता है या हर महीने सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए मंथली निवेश कर सकते हैं. SIP के साथ सुविधा यह है कि महज 100 रुपये मंथली निवेश भी कर सकते हैं. आप इसमें अपना निवेश जब चाहे बढ़ा सकते हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश पर बाजार के उतार-चढ़ाव का असर होता है. यानी, निवेश में जोखिम रहता है. बावजूद इसके कई ऐसे फायदे हैं, जो दूसरे निवेश ऑप्शन में नहीं मिलते हैं. अब यहां एक अहम सवाल है कि एक बेहतर म्यूचुअल फंड स्कीम कैसे सलेक्ट कर सकते हैं.
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अपना गोल तय कर लें
म्यूचुअल फंड योजना में निवेश से पहले आपका निवेश को लेकर गोल यानी लक्ष्य तय होना चाहिए. आप किस लक्ष्य को हासिल करने जैसेकि कार खरीदना, बच्चों की पढ़ाई-शादी आदि के लिए निवेश करना चाहते हैं. इसमें अपना अनुमानित रिटर्न, टेन्योर, रिस्क और अन्य पहलुओं को समझ लेना चहिए. इससे गोल के मुताबिक स्कीम सलेक्ट करना आसान होगा.
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स्कीम्स की रेटिंग देखें
एक बार जब आप अपने गोल के मुताबिक फंड सलेक्ट करने के बाद स्कीम की रेटिंग व अन्य पहलु भी देख लेना चाहिए. जिस स्कीम में आप पैसा लगाना चाहते हैं, उसका बीते सालों में रिटर्न कैसा रहा है, AUM क्या है, पोर्टफोलियो में कौन-सी कंपनियां हैं, फंड कब शुरू हुआ, एक्जिट लोन क्या है, इन तमाम बातों को पड़ताल जरूर कर लेनी चाहिए.
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AUM के बारे में जान लें
म्यूचुअल फंड में आप जिस भी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) और फंड मैनेजर के जरिए निवेश करने जा रहे हैं, उनकी साख के बारे में जरूर डीटेल जानकारी कर लेनी चाहिए. AMC के बारे में डीटेल जानकारी लेना जरूरी है, क्योंकि यही कंपनी आपके म्यूचुअल फंड स्कीम का मैनेजमेंट करती है. आपके स्कीम का रिटर्न ज्यादातर इनके स्किल और समझ पर ही निर्भर करता है.
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निवेश पर नजर रखें
म्यूचुअल फंड में अकसर यह कहा जाता है कि लंबी अवधि के नजरिए से पैसा लगाना चाहिए. लेकिन, इसका मतलब यह नहीं होता है कि आप सिर्फ निवेश करते रहिये और अपने पोर्टफोलियो पर नजर रही नहीं रखे. हमेशा अपने फंड या पोर्टफोलियो की समय-समय पर समीक्षा करती रहनी चाहिए. इससे आपको आपको गोल के मुताबिक लक्ष्य हासिल करने में पोटफोलियो में फेरबदल करने आसान होगा.
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