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SIP का 'The End' करने से पहले ये 6 बातें समझे लें, नहीं तो फायदे की जगह होगा भारी नुकसान!
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Mon, May 19, 2025 09:45 AM IST
एसआईपी में निवेश करना आज के समय में लोगों के बीच काफी बढ़ गया है. फ्यूचर में तगड़ा फंड पाने के लिए लोग एसआईपी में ज्यादा निवेश करते हैं. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि किसी कारण से लोग अपनी एसआईपी को मैच्योरिटी से पहले ही बीच में रोक देते हैं. लेकिन अगर आप भी एसआईपी को बीच में रोकने का सोच रहे हैं तो फिर पहले 6 जरूरी बातों को समझ लें वरना बाद में पछताना पड़ सकता है.
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एसआईपी बंद करने से पहले जरूर सोचें

अक्सर देखा जाता है कि मार्केट में जैसे ही थोड़ी भी गिरावट दिखाई देती है, कई लोग अपनी SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) बंद करने की सोचने लगते हैं.या फिर लाइफ में कोई छोटी-मोटी जरूरत में वो सबसे पहले SIP को ही बंद कर देते हैं.असल में लोग सोचते हैं कि थोड़े दिन बाद फिर शुरू कर देंगे...लेकिन यहीं वो कर देते हैं सबसे बड़ी गलती.SIP बंद करना सुनने में भले ही आसान लगे, लेकिन इसके कुछ ऐसे बुरे परिणाम हो सकते हैं, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे.जी हां हम आपको वो 6 बड़ी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें SIP रोकने से पहले सौ बार सोचना चाहिए. ताकि फिर फ्यूचर में आपको पछताना ना पड़े और कहीं ऐसा ना हो कि एक छोटा सा गलत फैसला आपके करोड़पति बनने के सपने को हमेशा के लिए तोड़ दे.
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1: कंपाउंडिंग के 'जादुई चिराग' को बुझाना

SIP की सबसे बड़ी ताकत है 'पावर ऑफ कंपाउंडिंग' यानी कि चक्रवृद्धि ब्याज. इसका मतलब होता है कि आपके इन्वेस्टमेंट पर जो ब्याज मिलता है, उस ब्याज पर भी ब्याज आपको मिलता है.तो अगर आप बीच में SIP रोक देते हैं, तो आप इस जादुई ग्रोथ से भी जुदा हो जाएंगे. ऐसे में जो पैसा कई गुना बढ़ सकता था, वो कम हो जाता है.मान लेते हैं कि अगर 15 साल तक चलने वाली SIP को आपने किसी कारण से बस 7 साल में ही रोक दिया, तो फिर आपने कंपाउंडिंग के सबसे सुनहरे 8 साल पल में खो दिए होते हैं.
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2: मार्केट बेनेफिट्स से चूक जाना

SIP का एक और बड़ा बेनेफिट्स होता है 'रुपी कॉस्ट एवरेजिंग'. यानी कि अक्सर जब भी मार्केट गिरता है, तो SIP की फिक्स रकम से आपको म्यूचुअल फंड की ज्यादा यूनिट्स सस्ते दाम पर मिल जाती हैं और जब मार्केट चढ़ता है, तो कम यूनिट्स मिलती हैं. ऐसे में अगर आप SIP को बीच में रोक देंगे तो मार्केट में गिरावट का यह फायदा भी नहीं उठा पाएंगे.
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3: बाद में कहीं महंगी ना पड़ जाए SIP

अक्सर किसी खास फ्यूचर वित्तीय टारगेट(जैसे बच्चों की शादी, रिटायरमेंट, घर खरीदना) के लिए SIP शुरू की जाती है. लेकिन बीच में SIP रोकेंगे तो साफ है कि आप अपने टारगेट को पूरा करने के लिए रकम हासिल नहीं कर पाएंगे.फिर बाद में उसी टारगेट को पूरा करने के लिए आपको हो सकता है कि कहीं ज्यादा बड़ी रकम या ज्यादा समय तक निवेश करना पड़ जाए.वो इसलिए क्योंकि समय के साथ आपके टारगेट की लागत भी महंगाई के कारण बढ़ती जाती है.
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4: वित्तीय भविष्य पर भारी पड़ना

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5: बाजार गिरे तो SIP क्यों रोकें?

ये आमतौर पर देखा जाता है कि अगर मार्केट थोड़ा लंबा समय तक गिरा रहा तो फिर लोग डर के कारण से अपनी SIP बंद कर देते हैं, जबकि यह सबसे बड़ी गलती होती है.शेयर मार्केट में गिरावट का मतलब है कि आपको वही म्यूचुअल फंड यूनिट्स 'डिस्काउंट' पर मिल रही हैं. तो यह आपके लिए निवेश को बढ़ाने का मौका होता है, ना कि रोकने का.वो भी निवेशक मार्केट गिरने पर एसआईपी बंद नहीं करते हैं उनको मार्केट हाई होने पर अच्छा फायदा मिलता है.
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6: एग्जिट लोड को समझें

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तो कब और कैसे रोकें SIP?
