e-RUPI: क्या है ई-रुपी और कैसे करता है काम, नये डिजिटल पेमेंट के इस टूल के बारे में जानें सबकुछ
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Fri, Aug 06, 2021 09:19 PM IST
e-RUPI: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अगस्त को कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस भुगतान के नए टूल के रूप में ई-रुपी का शुभारंभ किया. ई-रुपी मूल रूप से एक डिजिटल वाउचर है, जो एक लाभार्थी को उसके फोन पर SMS या QR कोड के रूप में मिलता है. उदाहरण के लिए यदि सरकार अपने किसी कर्मचारी का किसी खास अस्पताल में विशेष इलाज का खर्च उठाना चाहती है, तो वह एक पार्टनर बैंक के जरिए निर्धारित राशि के लिए ई-रुपी का वाउचर जारी कर सकेगी. कर्मचारी को उसके फीचर फोन/स्मार्ट फोन पर एसएमएस या क्यूआर कोड मिलेगा. वह तय अस्पताल में जा कर उसकी सर्विसेज का लाभ उठा सकता है.
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बिना पेमेंट ऐप और इंटरनेट बैंकिंग के भी होगा काम
इस तरह ई-रुपी एक बार का कॉन्टैक्टलेस, कैशलेस वाउचर बेस्ड पेमेंट का तरीका है जो यूजर्स को कार्ड, डिजिटल भुगतान ऐप या इंटरनेट बैंकिंग के बिना वाउचर भुनाने में मदद करता है. इसी वैसी डिजिटल मुद्रा नहीं मानना चाहिए जिसे लाने के लिए RBI विचार कर रहा है. इसकी बजाय ई-रुपी एक व्यक्ति विशिष्ट (Individual specific) यहां तक कि उद्देश्य विशिष्ट (Purpose specific) डिजिटल वाउचर है.
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ई-रुपी उपभोक्ता के लिए कैसे फायदेमंद है?
इसके लिए लाभार्थी के पास बैंक खाता होना जरूरी नहीं है, जो दूसरे डिजिटल भुगतान माध्यमों की तुलना में इसका एक खास फीचर है. यह एक आसान, संपर्क रहित भुगतान पाने के लिए 2 फेज प्रोसेस एनश्योर करता है, जिसमें पर्सनल डिटेल शेयर करने की भी जरूरत नहीं होती है. एक दूसरा फायदा यह भी है कि ई-रुपी बेसिक फोन पर भी संचालित होता है, इसलिए इसका उपयोग उन लोगों द्वारा भी किया जा सकता है जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है या उन जगहों पर, जहां इंटरनेट कनेक्शन कमजोर है.
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स्पॉन्सर्स को ई-रुपी से क्या फायदे हैं?
उम्मीद की जा रही है कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर को मजबूत करने और इसे ज्यादा पारदर्शी बनाने में ई-रुपी एक प्रमुख भूमिका निभा सकेगा. चूंकि, वाउचर को भौतिक रूप से जारी करने की कोई जरूरत नहीं है, इससे लागत की भी कुछ बचत होगी. इसके अलावा ई-रुपी प्रीपेड वाउचर होने के नाते सर्विस प्रोवाइडर को रीयल टाइम पेमेंट का भरोसा देगा.
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ई-रुपी को किसने विकसित किया है?
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कौन से बैंक इसे जारी करते हैं?
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने ई-रुपी लेनदेन के लिए 11 बैंकों के साथ साझेदारी की है. ये बैंक हैं एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडियन बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया. इसे लेने वाले ऐप्स हैं भारत पे, भीम बड़ौदा मर्चेंट पे, पाइन लैब्स, पीएनबी मर्चेंट पे और योनो एसबीआई मर्चेंट पे. जल्द ही ई-रुपी स्वीकार करने वाले और ज्यादा बैंकों और ऐप्स के इसमें शामिल होने की उम्मीद है.
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