निवेश में रिस्क फैक्टर को घटाना है? एक्सपर्ट से जानें किस एसेट क्लास में मिलेगा मुनाफा
Money Guru: नवरात्रि पर हम आपके लिए लेकर आए हैं निवेश के 9 मंत्र. इस कड़ी आज आपको जानने को मिलेगा अपने निवेश में रिस्क को कम करने के लिए एसेट एलोकेशन का गुर.
(Source: Reuters)
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Money Guru: क्या आपको भी अपने इन्वेस्टमेंट में रिस्क फैक्टर को कम करना है या अनिश्चित बाजार में मुनाफा कमाना है? तो इसके लिए आपको समझना होगा किस एसेट क्लास में निवेश करने के आपको मौजूदा बाजार में फायदा मिल सकता है. नवरात्रि में निवेश के 9 मंत्र की इस सीरिज में आज आपको जानने को मिलेगा एसेट एलोकेशन का मंत्र. इसमें आपको जानने को मिलेगा कि इस समय किन एसेट क्लास में निवेश से मिलेगा तगड़ा मुनाफा. इसके साथ ही पोर्टफोलियो में रिस्क और रिटर्न के लिहाज से किस एसेट क्लास में कितना एक्सोपजर रखें. फिनवाइज की फाउंडर प्रतिभा गिरीश और आनंदराठी वेल्थ मैनेजमेंट की हेड श्वेता रजानी आपको बताएंगी इसके बारे में सब कुछ.
🔸निवेश में रिस्क को घटाना है
— Zee Business (@ZeeBusiness) September 28, 2022
🔸अनिश्चित बाजार में मुनाफा कमाना है
🔸किस एसेट क्लास से मिलेगा मुनाफा
🔸रिस्क का सॉल्यूशन, एसेट एलोकेशन!#MoneyGuru में आज देखिए
रिस्क का सॉल्यूशन, एसेट एलोकेशन@rainaswati | @prathibagirish2 | @Shweta_S_Rajani https://t.co/NnmFf3wT3p
कितने एसेट क्लास?
- इक्विटी
- डेट
- कमोडिटी
- रियल एस्टेट
एसेट क्लास और रिस्क मैनेजमेंट ?
- इक्विटी में निवेश पूंजी बढ़ाने में मदद करता है
- डेट में निवेश स्थिर रिटर्न प्रदान करता है
- गोल्ड महंगाई के खिलाफ सुरक्षित निवेश का विकल्प
- REIT,InvIT उपज बढ़ाने में मदद करता है
TRENDING NOW
एसेट एलोकेशन किस आधार पर तय किए जाते हैं
- लक्ष्य
- निवेश अवधि
- जोखिम क्षमता
- लिक्विडी
एसेट एलोकेशन की स्ट्रैटेजी
- अनिश्चित बाजार का इक्विटी MF पर सीधा असर
- बाजार की उथल पुथल में डेट में सुरक्षित निवेश विकल्प
- लंबी अवधि में इक्विटी में 14% का अनुमानित रिटर्न
- डेट म्यूचुअल फंड में 6% तक रिटर्न का अनुमान
- लो इनकम स्लैब में हैं, डेट MF,PPF,FD में निवेश करें
- हाई इनकम स्लैब में हैं तो डेट MF का विकल्प बेहतर
- लंबी समय में बेहतर रिटर्न के लिए इक्विटी सही
इक्विटी में एसेट एलोकेशन के बैलेंस्ड एडवांटेज फंड
- बाजार की गिरावट को मैनेज करना खासियत
- इक्विटी में 30-80% का निवेश, बाकी डेट में
- इक्विटी-डेट में एलोकेशन घटा-बढ़ा सकते हैं
- फंड वैल्युएशन बेस्ड, ट्रेंड बेस्ड मॉडल पर काम करता है
- बाजार सस्ता तो शेयरों में ज्यादा निवेश
- बाजार महंगा तो इक्विटी में निवेश कम कर देगा
मल्टी एसेट एलोकेशन फंड
- कम से कम 3 एसेट क्लास में निवेश
- हर कैटेगरी में कम से कम 10% निवेश
- इक्विटी-डेट के साथ-साथ गोल्ड में भी एक्सपोजर
- मल्टी असेट अलोकेशन फंड का 65% निवेश इक्विटी में
- टैक्सेशन के लिए इक्विटी कैटेगरी में गिने जाते हैं
रीबैलेंसिंग स्ट्रैटेजी
- एसेट एलोकेशन बिगड़ने पर रीबैलेंसिंग करें
- पोर्टफोलियो बार-बार रीबैलेंस नहीं करें
- सिर्फ बाजार की उथल-पुथल पर रीबैलेंस नहीं करें
- एक ही कैटेगरी के फंड को रीबैलेंस नहीं करें
- अच्छे प्रदर्शन वाले फंड रीडीम नहीं करें
- छोटी अवधि के प्रदर्शन पर रीबैलेंस नहीं करें
REIT क्या है?
- REIT-रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट
- रियल एस्टेट में निवेश का तरीका
- निवेशकों का पैसा रियल एस्टेट में निवेश होता है
- कमर्शियल रियल एस्टेट में निवेश किया जाता है
- शॉपिंग मॉल, ऑफिस स्पेस,रेंटल प्रॉपर्टी आदि
- REIT-बोर्ड ऑफ डायरेक्टर, ट्रस्टीज द्वारा मैनेज
- रेंटल आय के जरिए होती है कमाई
- रेंटल इनकम की 90% रकम डिविडेंड के तौर पर मिलती है
REIT-निवेश के फायदे?
- बड़े से बड़े प्रोजेक्ट में छोटी पूंजी में निवेश
- प्रोफेशनल मार्केट एक्सपर्ट की निगरानी में निवेश
- सभी लेन-देन सेबी की निगरानी में
- REIT-निवेश से डायवर्सिफिकेशन का फायदा
- म्यूचुअल फंड से आसान निवेश प्रक्रिया
- इंटरनेशनल REIT में भी कर सकते हैं निवेश
REIT-कैसे करें निवेश?
- म्यूचुअल फंड या ETF के जरिए निवेश
- म्यूचुअल फंड की अलग से REIT कैटेगरी
- इंटरनेशनल REIT में भी निवेश का मौका
- FoF के जरिए इंटरनेशनल REIT में निवेश
- पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन का अच्छा तरीका
- विश्व स्तर पर रियल एस्टेट में एक्सपोजर का फायदा
REIT- कैसे लगता है टैक्स?
- REIT से आय पर टैक्स लगता है
- डिविडेंड, रेंट या ब्याज से आय पर टैक्स
- बिक्री के मामले में गेन-शॉर्ट या लॉन्ग टर्म माना जाएगा
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10:32 PM IST