1 अक्टूबर से लागू हो सकता है New Wage Code! बदलेगा सैलरी स्ट्रक्चर, छुट्टियां, पेंशन और PF में भी होगा चेंज
New Wage Code 2021: प्राइवेट नौकरी करने वाले की टेक होम सैलरी, PF और Gratuity पूरी तरह बदल जाएगी. इस कोड में प्राइवेट नौकरीपेशा की Cash in Hand सैलरी घटेगी और रिटायरमेंट फंड में इजाफा होगा.
New wage code 2021: नया लेबर कोड या न्यू वेज कोड कब से लागू होगा? इस सवाल का जवाब हर कोई जानना चाहता है. कई तरह की अटकलें हैं. नए वेज कोड में काफी कुछ बदलने वाला है. खासकर नौकरीपेशा और मजदूरों के लिए इसमें काफी बदलाव होंगे. लेकिन, अभी इसके लागू होने की स्थिति को लेकर सफाई नहीं है. केंद्र सरकार इसे अप्रैल 2021 से लागू करने चाहती थी. राज्यों के स्तर पर सिस्टम तैयार नहीं होने से इसे टाल दिया गया. फिर जुलाई में इसके लागू होने की उम्मीद थी. हालांकि, सरकार ने अप्रैल के बाद इसकी कोई टाइमलाइन निर्धारित नहीं की है. सूत्रों की मानें तो न्यू वेज कोड (New Wage Code 2021) को अक्टूबर से लागू किया जा सकता है.
ड्राफ्ट रूल्स तैयार नहीं होने से टला
Zeebiz.com को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मामला ड्राफ्ट रूल्स (New Wage Code Draft rules) को लेकर अटका है. कई राज्यों ने अभी तक अपने ड्राफ्ट नहीं भेजे हैं. जब तक सभी राज्यों की तरफ से ड्राफ्ट रूल्स नहीं मिलते, तब तक केंद्र सरकार इसे नोटिफाई नहीं करेगी. फिलहाल, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मध्य प्रदेश, बिहार और जम्मू-कश्मीर ने ड्राफ्ट रूल्स को पब्लिश किया है. हरियाणा, मेघालय, छत्तीसगढ़, गोवा, सिक्किम, त्रिपुरा और झारखंड के ड्राफ्ट रूल्स अंतिम चरण में हैं. कुछ ड्राफ्ट्स में 3 कोड का ही ज़िक्र किया है, चौथे कोड Occupational Safety, Health and working conditions का ज़िक्र नहीं किया गया है. यही वजह है कि इसे अभी लागू नहीं किया जा सका. हालांकि, अक्टूबर में भी ये लागू होगा इस पर सूत्रों को शंका है.
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अक्टूबर से लागू हो सकता है न्यू वेज कोड
सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार न्यू वेज कोड को नोटिफाई (New Wage Code Notification) करने को तैयार है. केंद्र सरकार बिना राज्यों की सहमति के नोटिफिकेशन जारी नहीं करना चाहती. राज्यों से सितंबर 2021 तक वक्त दिया गया है. ड्राफ्ट रूल्स मिलते ही अक्टूबर 2021 से न्यू वेज कोड (New Wage Code 2021) लागू किया जा सकता है. हालांकि, ड्राफ्ट रूल्स पब्लिश होने के बाद भी राज्यों को सभी स्टेकहोल्डर्स से कमेंट्स और सुझाव मंगाने के लिए 30-45 दिनों का वक्त देना होगा. सुझावों के आधार पर ही कोड को फाइनल किया जाएगा और तब इसे नोटिफाई किया जा सकेगा.
New wages code क्या है?
सरकार ने 29 केंद्रीय लेबर कानूनों को मिलाकर 4 नए कोड (New Wages Code) बनाए हैं. इनमें इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड, कोड ऑन ऑक्यूपेशनल सेफ्टी, हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशंस कोड (OSH), सोशल सिक्योरिटी कोड और कोड ऑन वेजेज शामिल हैं. लेकिन, सबसे बड़ा बदलाव ‘वेज’ की परिभाषा का है. इसमें विस्तार किया गया है. नए लेबर कोड का मकसद कंसोलिडेशन पर है. सैलरी का 50 फीसदी सीधे तौर पर वेजेज में शामिल होगा. बता दें, संसद से श्रम सुधारों से जुड़े नए कानून पास हो चुके हैं. अब इन्हें लागू करना है.
कैसे बदल जाएगा Salary स्ट्रक्चर?
न्यू वेज कोड एक्ट 2019 (New Wage Code Act 2019) के मुताबिक, किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी कंपनी की लागत (Cost To Company-CTC) के 50 परसेंट से कम नहीं हो सकती है. अभी कई कंपनियां बेसिक सैलरी को काफी कम करके ऊपर से भत्ते ज्यादा देती हैं ताकि कंपनी पर बोझ कम पड़े. न्यू वेज कोड लागू होने से कर्मचारियों का सैलरी स्ट्रक्चर पूरी तरह बदल जाएगा. कर्मचारियों की 'Take Home Salary' घट जाएगी, क्योंकि Basic Pay बढ़ने से कर्मचारियों का PF ज्यादा कटेगा यानी उनका भविष्य ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा.
छुट्टियां, पेंशन और वर्किंग आवर के नियम बदलेंगे
EPFO बोर्ड मेंबर और भारतीय मजदूर संघ के जनरल सेक्रेटरी विरजेश उपाध्याय के मुताबिक, कर्मचारियों के लिए सोशल सिक्योरिटी (Social Security) काफी अहम है. इसमें कई अहम पहलू हैं. कर्मचारियों के काम के घंटे, सालाना छुट्टियां, पेंशन, PF, टेक होम सैलरी, रिटायरमेंट जैसे अहम मुद्दे पर नियमों में बदलाव होना है.
PF, Gratuity में भी होगा बदलाव
प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) के साथ ग्रेच्युटी (Gratuity) में भी योगदान बढ़ेगा. टेक होम सैलरी जरूर घटेगी लेकिन कर्मचारी को रिटायरमेंट पर ज्यादा रकम मिलेगी. असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए भी न्यू वेज कोड (New wage Code 2021) लागू होगा. सैलरी और बोनस से जुड़े नियम बदलेंगे और हर इंडस्ट्री और सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी में समानता आएगी.
05:13 PM IST