SIP में जमकर आ रहा निवेश, Expert से जानिए पैसा बनाने के 5 सटीक मंत्र
Top 5 SIP Tips to Invest: SIP के जरिए निवेश करना आसान, किफायती होने के साथ-साथ फ्लैक्सिबल है. इसमें रूपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा मिलता है.
Top 5 SIP Tips to Invest: म्यूचुअल फंड्स खासकर इक्विटी कैटेगरी में SIP का जोरदार प्रदर्शन जारी है. जून 2023 में भी SIP के जरिए 14,734 करोड़ से ज्यादा का निवेश आया. सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के क्रेज का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि अकाउंट्स की संख्या रिकॉर्ड 6.65 करोड़ से ज्यादा हो गई है. जबकि इस साल जून में नया SIP रजिस्ट्रेशन 27.78 लाख से ज्यादा रहा. जोकि अब तक का सर्वाधिक है. एक्सपर्ट मानते हैं कि आसानी से लंबी अवधि में पैसा बनाने के लिए कारगर तरीका है.
IDBI AMC के हेड (प्रोडक्ट एंड मार्केटिंग) अजीत गोस्वामी कहते हैं, SIP के जरिए निवेश करना आसान, किफायती होने के साथ-साथ फ्लैक्सिबल है. इसमें रूपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा मिलता है. यही वजह है कि रिटेल इन्वेस्टर्स के बीच तेजी से पॉपुलर होता विकल्प है. SIP के जरिए रेगुलर निवेश की आदत पड़ती है. निवेशक एक अनुशासित तरीके से निवेश करता है. SIP में कम्पाउंडिंग की पावर का लाभ हेाता है. इसमें प्रोफेशनल फंड मैनेजर आपके पैसे का प्रबंधन करते हैं. इसलिए लंबी अवधि में लॉन्ग टर्म में वेल्थ क्रिएशन की क्षमता होती है. अजीत गोस्वामी ने SIP के जरिए पैसा बनाने के 5 मंत्र दिए हैं.
SIP: 5 Key Mantra to Make Money
Consistency (निरंतरता)
SIP में निरंतरता होनी जरूरी है. शार्ट टर्म में मार्केट के उतार-चढ़ाव की परवाह किए बगैर नियमित निवेश बनाए रखे.
Long-Term Perspective (लंबी अवधि का नजरिया)
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
SIP में हमेशा लंबी अवधि का नजरिया रखें. इससे पावर ऑफ कम्पाउंडिंग का फायदा मिलता है. साथ ही मार्केट वॉलेटिलिटी से बच सकते हैं.
Diversification (विविधता)
SIP निवेश का अलग-अलग एसेट क्लास, सेक्टर्स और फंड्स में आवंटन करे. इससे रिस्क कम करने और दमदार रिटर्न हासिल करने में मदद मिलेगी.
Patience (धैर्य)
SIP में लंबी अवधि के लिए निवेश बनाए रखें. इसमें शॉर्ट टर्म मार्केट मूवमेंट या मार्केट के उतार-चढ़ाव के मुताबिक फैसले लेने से बचें. यानी, धैर्य बनाए रखें.
Review and Adjust (समीक्षा और संतुलन)
SIP निवेश की नियमित तौर पर निश्चित अंतराल पर समीक्षा करें. फंड की परफॉर्मेंस और बदलते मार्केट हालात का आकलन करें और अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए फंड में बदलाव करें.
MF: June में कैसा रहा निवेश
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, जून 2023 में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में नेट इनफ्लो बढ़कर 8637 करोड़ रुपये हो गया. स्मॉलकैप फंड्स में 5472 करोड़ रुपये का निवेश आया है. MF इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 44.39 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
AMFI के मुताबिक, इक्विटी कैटेगरी में Value Fund/Contra Fund में 2,239.08 करोड़, Mid Cap Fund में 1,748.51 करोड़, Multi Cap Fund में 734.68 करोड़, Large & Mid Cap Fund में 1,146.69 करोड़, Dividend Yield Fund में 397.59 करोड़ और Sectoral/Thematic Funds में 459.25 करोड़ रुपये निवेशकों ने लगाए. दूसरी ओर, इक्विटी सेगमेंट से जून में लॉर्जकैप फंड से 2050 करोड़ रुपये का नेट आउटफ्लो हुआ. इसके अलावा, Focused Fund से 1,018.31 करोड़, ELSS से 474.86 करोड़ और Flexi Cap Fund से 17.30 करोड़ रुपये निवेशकों ने निकाल लिये.
जून में ओपन एंडेड डेट फंड 14,136 करोड़ का नेट आउटफ्लो हुआ. हाइब्रिड फंड नेट 4611 करोड़ का इनफ्लो हुआ है. लिक्विड फंड 28,545 करोड़ का नेट आउटफ्लो रहा. वहीं, मनी मार्केट फंड में नेट इनफ्लो 6827 करोड़ रुपये रहा. जून में आर्बिट्राज फंड में नेट इनफ्लो 3366 करोड़, इंडेक्स फंड में नेट आउटफ्लो 906 करोड़ और गोल्ड ETF में 70.32 करोड़ रुपये और अन्य दूसरे ETF में 3,402.35 करोड़ का नेट इनफ्लो रहा.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
03:53 PM IST