जय जवान, इन्वेस्टमेंट प्लान: CRPF के सैनिकों ने समझा, क्या होता है म्यूचुअल फंड, कैसे करें इसमें निवेश
म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक फायदा यह है कि आपको इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं होती कि आप कब शेयर खरीदें या बेचें. किस कंपनी का शेयर कितने में और कितनी मात्रा में खरीदें. क्योंकि यह चिंता फंड मैनेजर की होती है.
म्यूचुअल नाम से ही पता चलता है मिलजुल कर किसी काम को करना, आपस में सहमति या परस्पर सहयोग से काम करना. इसी तरह म्यूचुअल फंड एक तरह का सामूहिक निवेश या कुछ लोगों का मिलकर किया गया इंवेस्टमेंट होता है.
म्यूचुअल नाम से ही पता चलता है मिलजुल कर किसी काम को करना, आपस में सहमति या परस्पर सहयोग से काम करना. इसी तरह म्यूचुअल फंड एक तरह का सामूहिक निवेश या कुछ लोगों का मिलकर किया गया इंवेस्टमेंट होता है.
73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ज़ी बिजनेस ने देश के सैनिकों के लिए इंवेस्टमेंट प्लानिंग को लेकर एक विशेष कार्यक्रम किया. इस कार्यक्रम में देश की रक्षा में तैनात जवानों ने बाजार, निवेश और बचत से जुड़े सवाल उठाए. ज़ी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर सिंघवी ने न केवल जवानों के हर सवाल का बड़ी ही आसान भाषा में और विस्तार से समझाया, बल्कि जवानों को बचत तथा निवेश के गुर भी बताए.
कार्यक्रम में देश की रक्षा में तैनात कई जवानों ने म्यूचुअल फंड को लेकर कई तरह के सवाल उठाए. यहां जवानों ने पूछा कि म्यूचुअल फंड्स क्या होते हैं और इनमें कैसे निवेश किया जाता है.
जवानों के सवाल और उनके जवाब इस तरह हैं-
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क्या होता है म्यूचुअल फंड
जैसा कि म्यूचुअल नाम से ही पता चलता है मिलजुल कर किसी काम को करना, आपस में सहमति या परस्पर सहयोग से काम करना. इसी तरह म्यूचुअल फंड एक तरह का सामूहिक निवेश या कुछ लोगों का मिलकर किया गया इंवेस्टमेंट होता है. निवेशकों के समूह मिल कर स्टॉक, शॉर्ट टर्म, लॉन्ग टर्म के निवेश या अन्य सेक्यूरीटीज में पैसा निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड मे एक फंड मैनेजर होता है जो फंड के निवेशों को तय करता है और नफा-नुकसान का हिसाब रखता है. इस प्रकार हुए फायदे-नुकसान को निवेशकों में बांट दिया जाता है.
क्या होता है फायदा
म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक फायदा यह है कि आपको इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं होती कि आप कब शेयर खरीदें या बेचें. किस कंपनी का शेयर कितने में और कितनी मात्रा में खरीदें. क्योंकि यह चिंता फंड मैनेजर की होती है. दूसरा फायदा यह है कि छोटे निवेशक बहुत कम राशि जैसे 500 रुपये महीना तक इसमें निवेश कर सकते हैं. ऐसे में उन्हें सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (सिप) लेना होता है, जिसमें बैंक से ये राशि हर महीने सीधे फंड में ट्रांसफर होती रहती है.
कैसे निवेश करें
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए किसी फाइनेशियल एडवाइजर की मदद ले सकते हैं. इस काम के लिए वह कुछ सर्विस चार्ज वसूलते हैं. अगर आप खुद बाजार की समझ रखते हैं तो आप खुद ही म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. इसके लिए तमाम कंपनियों के फंड ऑनलाइन उपलब्ध हैं.
कितने समय के लिए निवेश
बाजार में पैसा लगाना उतना ही जोखिम भरा होता है जितना कि हमारा जीवन. जैसे जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और समझदार इनसान इन उतार-चढ़ाव का बड़ी समझदारी ने सामना कर जीवन को आसान बनाता है, ठीक उसी तरह इंवेस्टमेंट भी तमाम रिस्क रहते हैं. इसलिए इंवेस्टमेंट करते समय हमेशा ध्यान रखें कि पैसा ऐसी जगह लगाएं जहां रिस्क कम हो.
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कम रिस्क के लिए म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट करना चाहिए. लंबी अवधि में जोखिम कम होता है, इसलिए कम से कम 5 साल के लिए पैसा निवेश करना है. 5 साल से कम समय का निवेश जोखिम भरा होता है. 8-10 साल के निवेश पर 15 फीसदी का सालाना रिटर्न मिल सकता है.
किन बातों का ध्यान रखें
इंवेस्टमेंट करते समय रिस्क का पता होना चाहिए. पैसा लंबे समय के लिए लगाना चाहिए. बाजार के उतार-चढ़ाव पर ध्यान रखें और बाजार गिरते समय पैसा और लगाना चाहिए. सिप (SIP) के जरिए निवेश करना फायदेमंद होता है.
03:27 PM IST