अपने पैसों का सही से करें इस्तेमाल, खुल जाएंगे मंथली इनकम के रास्ते, ये हैं विकल्प
बाजार में ऐसे कई विकल्प हैं, जहां निवेश कर आप मंथली इनकम कर सकते हैं. बेहतर है कि एक जगह निवेश की जगह फंड अलग अलग स्कीम में निवेश करें, जिससे रिस्क भी कवर हो.
बचत और निवेश की आदत जितनी कम उम्र में पड़ जाए भविष्य के लिए उतना ही बेहतर है. (image: pixabay)
बचत और निवेश की आदत जितनी कम उम्र में पड़ जाए भविष्य के लिए उतना ही बेहतर है. (image: pixabay)
Investment for Regular Income: समय रहते फाइनेंशियल प्लानिंग करना बहुत जरूरी होता है, खासतौर से रिटायरमेंट के बाद के लिए. अगर आपके पास फंड है और उसे निवेश कर मंथली इनकम के रास्ते खोज रहे हैं तो बाजार में ऐसे कई विकल्प मौजूद हैं. बस अपको अपने फंड का सही इस्तेमाल करना होगा. अगर आप निवेश के लिए सही विकल्प चुनें तो मंथली इनकम के जरिए अपनी बुनियादी जरूरतें पूरी कर सकते हैं. बेहतर विकल्प है कि एक जगह निवेश की जगह फंड अलग अलग स्कीम में निवेश किए जाएं, जिससे रिस्क भी कवर होता रहे. इसके लिए पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम, म्यूचुअल फंड में सिस्टमेटिक विद्ड्रॉल प्लान, SBI एन्यूटी डिपॉजिट स्कीम जैसे विकल्पों पर ध्यान दे सकते हैं.
Post Office MIS (मंथली इनकम स्कीम)
पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम पोस्ट ऑफिस की पॉपुलर स्कीम है, जिसमें एकमुश्त निवेश कर मंथली इनकम की जा सकती है. स्कीम के तहत सिंगल अकाउंट के जरिए 4.5 लाख और ज्वॉइंट अकाउंट के जरिए 9 लाख रुपये एक मुश्त निवेश किया जा सकता है. इस पर सालाना ब्याज 6.6 फीसदी है. इस लिहाज से 4.5 लाख रुपये पर सालाना ब्याज 29700 रुपये होगा, जिसे 12 महीनों में बांट दिया जाएगा. यानी हर महीने करीब 2475 रुपये आप निकाल सकते हैं. वहीं 9 लाख रुपये पर सालाना ब्याज 594000 रुपये होगा, जिसे 12 महीनों में बांट दिया जाएगा. यानी हर महीने करीब 4950 रुपये आप निकाल सकते हैं. यह स्कीम 5 साल की है, लेकिन इसे आगे भी 5-5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं. अगर किसी महीने पैसों की जरूरत नहीं है और ये पैसे नहीं निकालते हैं तो आपके कुल फंड में ये अमाउंट भी जुड़ जाएगा और इन पर भी ब्याज जोड़कर मिलेगा.
सिस्टमेटिक विद्ड्रॉल प्लान (SWP)
पैसे के नियमित फ्लो के नजरिए से देखें तो यह बेहतर और भरोसेमंद विकल्प है. SWP के जरिये म्यूचुअल फंड स्कीम से यूनिट्स को भुनाया जाता है. आपको हर महीने जितने पैसे जरूरत होती है, उतना निकाल सकते हैं. SWP में निवेशक एक तय राशि म्यूचुअल फंड स्कीम में अपने निवेश से निकाल सकते हैं. यह पैसा रोजाना, वीकली, मंथली, क्वार्टली, 6 महीेन पर या सालाना आधार पर निकाला जा सकता है. इस पर टैक्स उसी तरह से लगता है, जैसा इक्विटी और डेट फंड के मामले में होता है.
अगर 20 लाख का कॉर्पस म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं और इस पर उसे औसतन 10 फीसदी की ब्याज मिलता है तो उसे हर महीने 16650 रुपए के करीब आय होती रहेगी. वहीं, 10 लाख के कॉर्पस पर करीब 8333 रुपये महीने का मिल सकता है. SWP पर निकासी पूरी तरह टैक्स फ्री होती है.
SBI Annuity Deposit Scheme
इस स्कीम के तहत एकमुश्त पैसा जमा कर हर महीने ब्याज के साथ EMI के रूप में गारंटीड इनकम होगी. SBI एन्युटी डिपॉजिट स्कीम में कस्टमर को हर महीने प्रिंसिपल अमाउंट के साथ ब्याज दिया जाता है. यह ब्याज अकाउंट में बची रकम पर हर तिमाही कम्पाउंडिंग पर कैलकुलेट होता है. इस स्कीम में 36, 60, 84 या 120 महीने के लिए डिपॉजिट किया जा सकता है. मिनिमम डिपॉजिट 25 हजार रुपये है. मैक्सिमम की लिमिट नहीं है. वहीं, मिनिमम एन्यूटी 1000 रुपये रुपये मंथली है. एन्यूटी का भुगतान टीडीएस काटकर लिंक्ड सेविंग्स अकाउंट या करंट अकाउंट में क्रेडिट किया जाएगा.
डिविडेंड ऑप्शन
मंथली इनकम के लिए डिविडेंड ऑप्शन के साथ एग्रेसिव हाइब्रिड फंडों में पैसा लगा सकते हैं. ये स्कीम 7 से 8 फीसदी तक रिटर्न दे सकती हैं. हालांकि रिटर्न डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स (डीडीटी) पर निर्भर करेगा. अगर आपके पास 20 लाख का कॉर्पस है तो इस विकल्प के जरिए हर महीने 13300 रुपये मिल सकते हैं.
09:08 AM IST