कहीं कर्ज लेना पड़ न जाए भारी, लोन लेते वक्त इन 10 बातों का रखें ध्यान
लोन से जुड़ी कुछ ऐसी खराब आदते हैं, जो आपके फाइनेंशियल प्रोफाइल को बिगाड़ती हैं. इसलिए लोन लेने से पहले कुछ बातों पर जरूर ध्यान देना चाहिए.
आजकल कर्ज लेना भले ही आसान हो, लेकिन कर्ज लेने के बाद अगर कुछ चीजों का ध्यान नहीं रखा तो ये भारी भी पड़ सकता है. लोन से जुड़ी कुछ ऐसी खराब आदते हैं, जो आपके फाइनेंशियल प्रोफाइल को बिगाड़ती हैं. मनी गुरु में आज हम ऐसी ही 10 आदतों को लेकर चर्चा कर रहे हैं. इन आदतों के बारे में चर्चा कर रहे हैं लोन टैप के COO अमित तिवारी.
अमित तिवारी उन टिप्स पर चर्चा कर रहे हैं जिनको अगर ध्यान में रखा जाए तो सस्ता लोन कभी भी भारी नहीं पड़ेगा.
बिना जरूरत के कभी लोन न लें-
आजकल लोन मिलना काफी आसान हो गया है.
तमाम बैंक लोगों को सस्ते लोन का ऑफर देते हैं.
बड़ी रकम का लोन लेने के लिए हैं एलिजिबल.
एलिजिबल होने का मतलब नहीं कि लोन ले ही लें.
अपनी जरूरत से ज्यादा बड़ा लोन लेना पड़ेगा भारी.
आपकी सभी EMI आय के 50% से ज्यादा न हो.
जरूरत से ज्यादा लोन लेने पर बिगड़ेगा बजट.
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गैर-जरूरी लोन लेना-
लोन तब सही, जब उसे सही वजह से लिया जाए.
गैर-जरूर वजहों से लोन लेना जेब पर बोझ डालेगा.
जब जरूरत हो तब ही लोन के लिए अप्लाई करें.
ऐसी जरूरत जिसे कल पर टाला नहीं जा सकता.
लोन तब लेना अच्छा, जब इसके बिना काम नहीं होगा.
क्रेडिट स्कोर न देखना-
लोन लेने से पहले कई चीजें देखना जरूरी है.
लोन में क्रेडिट स्कोर की अहम भूमिका होती है.
कई लोग क्रेडिट स्कोर देखे अप्लाई बिना करते हैं.
क्रेडिट स्कोर खराब तो लोन मिलना मुश्किल होता है.
लोन एप्लिकेशन से पहले क्रेडिट स्कोर सुधार लें.
क्रेडिट स्कोर बेहतर होने पर ही लोन मिलेगा.
लोन की शर्तें न पढ़ना-
कई लोग लोन तो लेते हैं लेकिन शर्तें नहीं पढ़ते.
बैंक अगर खुद ही लोन देता है तो लोग नियम नहीं देखते.
लोन लेने से पहले उसकी शर्तें पढ़ना जरूरी हैं.
शर्तें पढ़कर उस लगने वाले चार्ज समझ आएंगे.
रीपेमेंट के लिए क्या शर्तें हैं, वो भी देखना अहम है.
लोन लेने से पहले तुलना न करना-
लोन एप्लिकेशन से पहले तुलना न करना.
सस्ता लोन लेना है मकसद तो तुलना जरूर करें.
अलग-अलग बैंक के लोन प्लान की तुलना करें.
तुलना करने पर सस्ता लोन पाने में मिलेगी मदद मिलेगी.
लोन के साथ मिलने वाली सुविधाओं का पता चलेगा.
EMI वक्त पर न देना-
लोन ले लिया लेकिन EMI वक्त पर नहीं भर रहे हैं.
EMI वक्त पर नहीं भरना नुकसानदायी होगा.
देरी से पेमेंट करने पर क्रेडिट स्कोर खराब हो जाता है.
क्रेडिट स्कोर खराब तो अगला लोन मिलना मुश्किल.
लेट लतीफी आपको कर्ज के जाल में फंसा सकती है.
ऑफर मिल रहा है तो लोन ले लेना-
कई बार लुभावने ऑफर देखकर लोग लोन लेते हैं.
जरूरत नहीं लेकिन अच्छा ऑफर तो ले लिया लोन.
ऑफर क्या सच में अच्छे ऑफर हैं? देखना जरूरी.
झांसे में न आएं, जरूरत के मुताबिक ही लोन लें.
विश्वसनीय जगह से लोन न लेना-
सिर्फ सस्ते लोन का ऑफर देखना गलत है.
आप लोन कहां से ले रहे हैं, वो भी अहम है.
हमेशा विश्वसनीय लेंडर से लोन लें.
किसी ऑफर के झांसे में न आएं.
कहीं से भी लोन लेने पर हो सकता है धोखा.
रीपेमेंट कपैसिटी न देखना-
लोन हमेशा अपनी आय के मुताबिक ही लें.
बड़ा लोन उठाया, रीपेमेंट कपैसिटी है ही नहीं.
लोन से पहले रीपेमेंट कपैसिटी का आंकलन करें.
पता करें कि आपको कितनी EMI भरनी पड़ेगी?
आप समय पर उतनी EMI दे पाएंगे या नहीं?
दूसरे खर्चे भी देखें, फिर ही लोन लेने का सोचें.
गारटंर बनते वक्त लापरवाही-
किसी का गारंटर बनते वक्त सावधानी जरूरी है.
कई लोग बिना सोचे-समझे गारंटर बन जाते हैं.
लोन धारक ने किया डिफॉल्ट तो आप पर असर.
डिफॉल्ट होने पर क्रेडिट स्कोर होगा प्रभावित.
लोन धारक ने अगर नहीं चुकाया लोन.
ऐसे में बैंक आप से कर सकता है वसूली.
09:00 PM IST