Credit Card यूजर्स जान लें बड़ी खबर, अब नहीं भर पाएंगे इस तरह के लोन की किस्त, IRDAI लाया नया नियम
Credit Card Loan Repayment IRDAI Rule: अब आप इंश्योरेंस पॉलिसी लोन की किस्तें क्रेडिट कार्ड के जरिए नहीं भर सकते. बीमा नियामक संस्था IRDAI ने इसे लेकर बीमा कंपनियों को नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
(Representative Image: freepik.com)
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Credit Card Loan Repayment IRDAI Rule: अगर आप क्रेडिट कार्ड यूज करते हैं और इसके जरिए लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी पर लिए गए लोन की किस्तें चुकाते हैं, तो आपके लिए बड़ी खबर है. अब आप इंश्योरेंस पॉलिसी लोन की किस्तें क्रेडिट कार्ड के जरिए नहीं भर सकते. बीमा नियामक संस्था IRDAI (Insurance Regulatory Development Authority of India) ने इसे लेकर बीमा कंपनियों को नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. रेगुलेटर ने 4 मई को क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बीमा पॉलिसी पर लिए गए लोन के चुकौती की सुविधा को रोकने के निर्देश देते हुए एक सर्कुलर जारी किया था.
पेमेंट ऑफ मोड से हटाना होगा क्रेडिट कार्ड का ऑप्शन
इरडा ने कहा था कि "प्राधिकरण ने भुगतान के माध्यम के रूप में क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके बीमा पॉलिसी पर लिए गए ऋणों के चुकौती की सुविधा को समाप्त करने का निर्णय लिया है. इसलिए सभी जीवन बीमाकर्ताओं को परामर्श दिया जाता है कि वे तत्काल प्रभाव से बीमा पॉलिसियों पर दिए गए ऋणों की चुकौती के लिए माध्यम के रूप में क्रेडिट कार्ड की स्वीकृति पर विराम लगा दें." यानी कि इस निर्देश के बाद बीमा कंपनियों को तुरंत प्रभाव से अपने पेमेंट सिस्टम से क्रेडिट कार्ड को मोड ऑफ पेमेंट से हटाना होगा.
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इंश्योरेंस पॉलिसी पर क्या है लोन लेने के नियम?
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अगर आपकी इंश्योरेंसी पॉलिसी है तो आपको इसपर लोन लेने की सुविधा भी मिलती है. आपको अलग से कुछ कॉलेटरल में भी नहीं रखना होता. अगर आपको पैसों की जरूरत है और आप पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड पर लोन नहीं लेना चाहते हैं तो आप अपनी पॉलिसी पर भी लोन ले सकते हैं. आपको कितना लोन मिलेगा, ये उस पॉलिसी के सरेंडर वैल्यू पर निर्भर करता है. आपको पॉलिसी को मैच्योरिटी से पहले बंद कराने पर कुछ चार्ज काटकर प्रीमियम का कुछ हिस्सा मिलता है, इसे ही सरेंडर वैल्यू कहते हैं. अधिकतर मामलों में आपको सरेंडर वैल्यू का 80 फीसदी हिस्सा लोन में मिलता है. अब आपको इस लोन पर कितना ब्याज चुकाना है, लोन रीपेमेंट के नियम क्या होंगे, ये सबकुछ बीमा कंपनी पर निर्भर करता है.
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SBI इंश्योरेंस पॉलिसी लोन पर देता है कई सुविधाएं
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया इंश्योरेंस पॉलिसी के सरेंडर वैल्यू के 85% तक लोन का लाभ देता है और इसपर अधिकतम लोन अमाउंट की कोई लिमिट नहीं है. आपको इसके साथ डिमांड लोन और ओवरड्राफ्ट सुविधा भी मिलती है. एसबीआई में इंश्योरेंस पॉलिसी पर लोन प्रोसेसिंग चार्ज : लोन अमाउंट का 0.35%, न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 2,500 रुपये प्लस जीएसटी लगता है. अच्छी बात है कि आपको कोई प्री पेमेंट पेनाल्टी नहीं देनी होती है.
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